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कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है, नौकरी के लिए घर छोडऩा पड़ता है तो संकोच न करें

locationसागरPublished: Sep 20, 2021 09:21:05 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

रोजगार मेले में 3602 हुए पंजीयन, 1018 को मिला रोजगार

You have to lose something to get something, if you have to leave home for a job, don't hesitate

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बीना. उत्कृष्ट स्कूल परिसर में तकनीकी शिक्षा, कौशल विभाग एवं रोजगार विभाग द्वारा सोमवार को रोजगार मेले का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में युवक-युवती रोजगार पाने के लिए पहुंचे। शिविर में ऑनलाइन और ऑफलाइन 3602 पंजीयन हुए, जिसमें 1018 को रोजगार मिला है। रोजगार मेले में 18 कंपनियां शामिल हुईं, जिसमें अधिकांश कंपनियां मार्केटिंग वाली थीं। इन कंपनियों में 863 पुरुष और 155 महिलाओं का चयन हुआ है। इन्हें कंपनियों से ऑफर लेटर भी दे दिए गए हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक महेश राय और भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा इस मेले का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना है और अब हर छह में मेले का आयोजन होगा। जनसंख्या ज्यादा होने के कारण सभी को रोजगार मिलना संभव नहीं हो पा रही है, लेकिन फिर भी सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। बेरोजगारी के कारण घरों में विवाद होते हैं और कुछ युवक गलत रास्ते पर भी चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि बाहर से कंपनियां आई हैं और नौकरी करने के घर से दूर जाना पड़ेगा, इसमें संकोच न करें, क्योंकि कुुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में यह मेला बेरोजगारों के लिए बहुत कारगर साबित होगा। शुरुआत में भले ही कम वेतन मिले, लेकिन यह मौका छोडऩा नहीं है। उन्होंने कंपनियों के संचालकों से समय-समय पर समय-समय वेतन बढ़ाने की बात कही और युवाओं से नौकरी करने के लिए कहा। एसडीएम ने कहा कि अनुभव के साथ पैकेज बढ़ेगा, इसलिए जिन लोगों को ऑफर लेटर मिले हैं वह नौकरी करें। रोजगार विभाग के अपर संचालक एमके नागवंशी ने बताया कि जिन लोगों का चयन हुआ है उन्हें कंपनियों ने ऑफर लेटर दे दिए हैं। इस अवसर पर शिवकुमार ठाकुर, लोकेन्द्र सिंह, शुभम तिवारी, प्रहलाद यादव, शिव शास्त्री, अभिनव ठाकुर, मनोहर राय, जनपद पंचायत सीइओ आशीष जोशी, संकुल प्राचार्य एसपी तिवारी, बीआरसीसी राकेश सिंह आदि उपस्थित थे।
रिफाइनरी से नहीं आई एक भी कंपनी
मेले में रोजगार की तलाश मेें पहुंचे युवाओं का कहना था कि क्षेत्र में रिफाइनरी, ेजेपी पावर प्लांट हैं, लेकिन वहां से कोई कंपनी मेले में नहीं है। यदि वहां रोजागर मिले तो बाहर ही नहीं जाना पड़ेगा। इस संबंध में विधायक ने कहा कि रिफाइनरी में कार्य कर रही कंपनियों में अभी भर्ती के लिए पद खाली नहीं है। वहां पहले से ही करीब चार हजार स्थानीय लोग काम कर रहे हैं, इसलिए कोई कंपनी यहां नहीं आ पाई।
मार्केटिंग वाली कंपनी ज्यादा
रोजगार की तलाश में आए युवक वीरेन्द्र विश्वकर्मा ने बताया कि मेले में मार्केटिंग वाली कंपनी ज्यादा आई हैं, जिनमें टारगेट दिया जाता है। टारगेट पूरा न करने पर वेतन काट लेते हैं। पुरुषोत्तम लोधी छायनकाछी ने बताया कि एक कंपनी में आवेदन दिया था, लेकिन आइटीआइ न होने के कारण उसमें चयन नहीं हुआ, जिससे अब दूसरी कंपनी में प्रयास करेंगे। दीपक लोधी परसोरा ने बताया कि अलग-अलग कंपनी में आवेदन किए हैं और चयन होने पर नौकरी करेंगे।
चाय, नाश्ता ने मिलने पर शिक्षकों ने जताई नाराजगी
शिक्षकों ने बताया कि सुबह 9 बजे से ड्यूटी और यहां नगरपालिका कर्मचारियों और बाहर से पहुंचे कर्मचारियों को खाना, चाय, नाश्ता की व्यवस्था थी, लेकिन शिक्षकों कोई व्यवस्था नहीं थी। यहां तक कि पानी की केन पर गिलास भी नहीं मिले। जबकि बहुत से शिक्षक मंडीबामोरा व अन्य गांवों से आए थे, जिससे उन्हें परेशान होना पड़ा। इस संबंध में जनपद पंचायत सीइओ ने बताया कि स्थानीय कर्मचारियों को नाश्ता, खाना की व्यवस्था नहीं थी, पानी और चाय की व्यवस्था सभी को की गई थी।

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