भाषण प्रतियोगिता में कौशल लोधी ने कहा कि दान हमेशा श्रेष्ठ होता है, इसीलिए मतदान भी श्रेष्ठ प्रतिनिधि को देना चाहिए। सुलेखा पाठक ने कहा कि यदि आप मतदान के लिए नहीं जाएंगे तो फिर लोकतंत्र कैसे जीवित रहेगा। आकाश दुबे ने कहा कि लोकतंत्र यदि शरीर है तो मतदान इसकी आत्मा है। इस अवसर पर प्राध्यापक डॉ. मधु स्थापक, डॉ. रंजना मिश्रा, डॉ. सरोज गुप्ता, डॉ. छाया चौकसे, डॉ. संगीता मुखर्जी, डॉ. संगीता कुंभारे, डॉ. विनय शर्मा, डॉ. जय कुमार सोनी, डॉ. अमर कुमार जैन, सहायक नोडल अधिकारी स्वीप डॉ. भरत शुक्ला, डॉ. अशोक पन्या, डॉ. सत्या सोनी, डॉ. अंकुर गौतम डॉ. प्रमेश गौतम, श्री राजा राम अहिरवार, डॉ. अर्चना यादव, प्राची बारोलिया, डॉ. प्रकाश अहिरवार, डॉ. स्वदीप श्रीवास्तव डॉ. संदीप सबलोक, डॉ. सतोष उपाध्याय, डॉ. रश्मि यादव, डॉ. संदीप तिवारी आदि उपस्थित थेे।