दरअसल, यह पूरा मामला सहारनपुर के थाना मंडी क्षेत्र का है। जहां की रहने वाली एक सरकारी स्कूल की तलाकशुदा शिक्षिका ने वेबसाइट शादी करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। महिला ने वेबसाइट पर अपना बाॅयोडाटा भी डाला था। महिला का बाॅयोडाटा देख कृष्ण कुमार के नाम के एक फर्जी एनआरआई ने शिक्षिका को शादी का भरोसा दे दिया। इतना ही नहीं फर्जी एनआरआई ने दो बच्चों के साथ भारत आने और अपना जन्मदिन मनाने की बात भी कही। इसके साथ ही उसने अपना फर्जी टिकट भी महिला को वाट्सएप कर दिया।
इसके बाद आरोपी ने कहा कि वह उसके लिए लाखों रुपये के जेवर ला रहा है, लेकिन मुंबई के एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने उसे पकड़ लिया है। आरोपी ने महिला शिक्षिका की दो विदेशियों व एक महिला साथी से भी बात कराई। इस पर महिला शिक्षिका आरोपी के झांसे में आ गर्इ और उसने विभिन्न बैंक खातों में 9,99,099 जमा करवा दिए। खातों में रुपये जाते ही आरोपी गायब हो गया।
जब काफी दिन तक आरोपी से संपर्क नहीं हुआ तो पीड़िता को अपने साथ हुर्इ ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद पीड़िता थाना मंडी पहुंची आैर रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर क्राइम टीम के साथ नोएडा से दो विदेशी नाइजीरियन युवकों व एक उनकी एक महिला मित्र को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से अत्याधुनिक मोबाइल फोन, लैपटॉप, फर्जी दस्तावेज, पेन ड्राइव, आईपैड, एटीएम व अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस की गिरफ्त में आए युवकों के नाम नाइजीरियन पॉल हैरिस, जॉर्ज और उनकी महिला मित्र का नाम सिरजा सिंह है। बताया जा रहा है कि तीनों आरोपी फर्जी आईडी से लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। खासकर इनका निशाना तलाकशुदा महिलाएं होती थीं।