सिविल जज राजीव सरन ने बताया कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेशानुसार जिला न्यायाधीश सर्वेश कुमार के निर्देशन में सात साल तक के अपराधों में निरुद्ध बंदियों काे पैरोल पर छाेड़ा जा रहा है। इस कड़ी में 7 वर्ष तक के कारावास के दण्डनीय अपराध से संबधित विचाराधीन कुल 123 बन्दियों को उनके व्यक्तिगत बंध पत्र पर सहारनपुर जेल से छाेड़ा जा चुका है। यह प्रक्रिया अभी जारी है।
दरअसल, कोरोना का खतरा हर ओर मंडरा रहा है। यूपी की अधिकांश जेलों में क्षमता से अधिक बंदी और कैदी हैं। ऐसे में जेलों में भी सोशल डिस्टेंस का पालन हाे इसके लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फिलहाल सात साल तक कारावास के मामले में विचाराधीन बंदियों काे पैरोल पर छाेड़ने के निर्देश दिए थे।
इन्ही निर्देशों के अनुपालन में पांच अप्रैल तक सहारनपुर जेल से कुल 270 बन्दी छोडे जा चुके हैं। उन्हाेंने यह भी बताया कि, छोडे गए बंदियों काे निर्देश दिए गए हैं कि वह पैरोल की अवधि में अपने घर पर रहेंगे तथा करोना वायरस से अपना बचाव रखेंगे। इतना ही नहीं किसी भी सक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नही आएंगे और 8 सप्ताह बाद खुद ही न्यायालय के समक्ष आत्म समर्पण कर देंगे।