( up crime ) सूत्रों के अनुसार 2022 से पहले प्रदेश के सभी हिस्ट्रीशीटर बदमाशों पर पुलिस कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। इनकी संपत्ति को अटैच करने के साथ-साथ इनके खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई होगी ताकि चुनाव में किसी भी तरह का आतंक ना फैलाया जा सके और धन या बल के जोर पर वोटरों को प्रभावित ना किया जा सके।
इसी क्रम में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष
जुगेंद्र सिंह यादव और पूर्व विधायक
रामेश्वर सिंह यादव पर लगातार कार्रवाई हो रही हैं। अब इन दोनों भाईयों को भूमाफिया घोषित कर दिया गया है। दोनों भाइयों पर जमीन से जुड़े कई मुकदमे दर्ज थे। इसी आधार पर पुलिस ने इनके खिलाफ कार्रवाई की है। एटा के जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल का कहना है कि पुलिस से आई रिपोर्ट के आधार पर जोगिंदर सिंह और रामेश्वरम सिंह को भूमाफिया घोषित किया गया है। इस कार्रवाई के बाद दोनों भाइयों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
एटा के जिला अधिकारी का कहना है कि अभी और लोगों के खिलाफ भी जांच चल रही है। कुछ अन्य भू-माफिया भी निशाने पर हैं उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी। पश्चिमी
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले विनोद शर्मा जो पूर्व बसपा नेता भी हैं उनके खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की है। उनकी बसंत विहार में स्थित करोड़ों रुपए कीमत की कोठी को पुलिस ने कुर्क कर लिया है। यहां पर प्रशासन के अधिकार क्षेत्र का बोर्ड लगा दिया गया है। देवबंद स्थित इनकी एक ऑयल कंपनी और
बीएमडब्ल्यू कार को भी जब कर लिया गया है। गुंडा एक्ट की कार्रवाई के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है और
विनोद शर्मा को भूमाफिया घोषित कर दिया गया है।
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ( saharanpur ssp )
डॉ. एस चिनप्पा ने बताया कि अभी कई ऐसे नाम हैं जिनके खिलाफ कार्रवाई होनी तय है। सहारनपुर में कई हिस्ट्रीशीटर हैं जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और कई ऐसे भूमाफिया भी हैं जिनको चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी के खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। जल्द सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।