इसी जाम में शाकुंभरी सिद्धपीठ की यात्रा को जा रहे श्रद्धालु भी फंस गए। करीब पांच घण्टे (five hour) तक श्रद्धालु फंसे रहे। मोके पर मौजूद पुलिस (saharanpur police) ने जाम खुलवाने के लिए बल प्रयोग करने की कोशिश की तो जाम लगा रही भीड़ ने पुलिस और श्रद्धालुओं पर ही पथराव कर दिया। अचानक हुए इस पथराव में श्रद्धालुओं के साथ कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। इससे माहौल गरमा गया। कुछ देर के लिए श्रद्धालु और जाम लगा रहे लोग आमने सामने आ गए। यह देख पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए भीड़ को दौड़ाया लेकिन भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ। बाद में प्रशासन ने नई प्रतिमा मंगाकर स्थापित कराई इसके बाद मामला शांत हो सका।
जानिए पूरी घटना कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव घुन्ना गांव में पिछले कई दिन से जाहरवीर का म्हाड़ी मेला चल रहा है। मेलास्थल के पास ही डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित है। यहां प्रतिमा स्थल के बाहर गार्डर का गेट है और रात में ताला लगा हुआ था। बावजूद इसके अज्ञात शरारती तत्त्वों ने सोमवार रात में किसी समय बाबा साहब की प्रतिमा को तोड़ दिया।
मंगलवार (tuesday( सुबह करीब सात बजे ग्रामीणों ने जब क्षतिग्रस्त प्रतिमा (statue) देखी तो उनका गुस्सा फूटने लगा। गुस्साए लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। प्रतिमा तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई और नई प्रतिमा स्थापित कराए जाने की मांग करते हुए ग्रामीण दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे (delhi-yamnotri highway) पर इकठ्ठा हो गए और जाम लगा दिया।
यह सूचना मिलने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। भारी फोर्स के साथ पुलिस अफसरों की गाड़ियां घुन्ना गांव की ओर दौड़ पड़ी। तब तक भीम आर्मी के युवा भी बढ़ी संख्या में यहां पहुंच गए थे। इसी जाम में सिद्धपीठ दर्शन को जा सैकड़ों श्रद्धालु भी फंस गए। मामला बढ़ता देख पुलिस अफसरों ने जाम लगे रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया।
एसपी सिटी विनीत भटनागर (sp city) ने जाम लगा रहे लोगों से बात की लेकिन इनका गुस्सा सातवें आसमान पर था। जाम लगा रही।भीड़ प्रतिमा को खंडित करने वालों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे और साफ कह रहे थे कि गिरफ्तारी के बाद ही जाम खोलेंगे। इस तरह करीब पांच घंटे तक जाम लगा रहा। पांच घण्टे बाद श्रद्धालुओं के सब्र का बांध टूटने लगा तो माहौल गर्माने लगा। श्रद्धालु और जाम लगा रहे लोग आमने सामने आ गए।
यह देख पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को भगाने की कोशिश की तो भीड़ हिंसक हो गई और जाम लगा रहे लोगों ने पुलिस और श्रद्धालुओं पर पथराव कर दिया। भीड़ ने पुलिस और श्रद्धालुओं पर पथराव करते हुए हमला बोल दिया। इस हमले में कम से कम छह पुलिसकर्मी और श्रद्धालु घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने बैकअप लिया और फिर बल प्रयोग करते हुए भीड़ को दौड़ा लिया और जाम खुलवाया लिया। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय (Dm Aalok kumar pandey) व एसएसपी दिनेश कुमार (पी) (Ssp Dinesh kumar parbhu) भी मौके पर पहुंचे। इस घटना के बाद से घुन्ना में भारी पुलिस बल तैनात है।
एलआईयू इंस्पेक्टर को भी घेरा घुन्ना गांव से शहर की ओर नाजिरपुरा गांव में भी इसी घटना को लेकर भीम आर्मी के युवाओं ने जाम लगा दिया। जाम लगाते समय कुछ लोगों ने यहां मोबाइल से फोटो और वीडियो बनाने की कोशिश की तो भीम आर्मी के युवाओं ने उन पर हमला बोल दिया और उनके मोबाइल फोन भी तोड़ दिए इसी दौरान भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने इंस्पेक्टर को भी घेर लिया लेकिन किसी तरह है भीड़ से निकल गए। यहां भी जाम खुलवाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी मामले की गंभीरता को देखते हुए नाजिर पुरा में भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने पूछने पर बताया कि, बाबा साहब आंबेडकर की प्रतिमा को कुछ शरारती तत्वों ने नुकसान पहुंचा दिया था। इस घटना से गुस्साए लोगों ने जाम लगा दिया था। जब जाम को खुलवाने की कोशिश की गई तो भीड़ में शामिल कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस व श्रद्धालुओं पर पथराव कर दिया। हिंसा करने वाले युवकों को चिन्हित किया जा रहा है।