जानकारी के मुताबिक देवबंद थाना क्षेत्र के गांव राज्जुपुर में पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी कलीम पर घर में घुसकर मारपीट किए जाने का आरोप है। इसी के तहत एसएसआई ज्ञानेंद्र सिरोही अपनी पुलिस टीम के साथ गिरफ्तार करने राज्जुपुर गांव गए थे।लेकिन जैसे ही पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करके ले कर जा रही थी। तभी ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक काफी संख्या में लोग वहां वहां पहुंचे और कलीम को ले जाने का विरोध करने लगे और पुलिस के साथ धक्का मुक्की करने लगे। लोग हाथापाई पर उतर आए। जिसके चलते एक दरोगा की वर्दी फट गई। इस दौरान लोग आरोपी को पुलिस हिरासत से छुड़ाकर ले गए।आनन-फानन में उन्होंने आरोपी को छुड़ा लिया और पुलिस के साथ मारपीट की। तभी पुलिसकर्मियों ने घटना की सूचना पुलिस अधिकारियों को दी।
जिसके बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गई। इस मामले में एसएसआई ज्ञानेंद्र सिरोही की ओर से 16 लोगों के विरुद्ध संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वहीं ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि गिरफ्तार करने आई पुलिस लोगों से अभद्र शब्दों के प्रयोग कर रही थी। लोगों ने इसका विरोध किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आरोपी तभी वहां से भाग निकला। इसके साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि कलीम का चचेरा भाई लापता हैं, जिसको कलीम और उसके परिवार वाले खोज रहे हैं। लेकिन पुलिस अचानक आई और कलीम को ले जाने लगी और स्थानीय लोगों को धमकी देने लगी। ग्राणीणों ने पुलिस पर झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है