32 वर्षीय अनुज सैनी बीएसएफ में कॉन्स्टेबल थे। बताया जाता है कि बीएसएफ के ही एक अन्य जवान कांस्टेबल उत्तम सूत्रधार का किसी बात को लेकर बटालियन कमांडेंट महेंद्र सिंह भट्टी और कॉन्स्टेबल अनुज कुमार से विवाद हो गया। इसके बाद बाद कॉन्स्टेबल अनुज कुमार ने अपने ही फायरिंग कर दी। घटना भारत-बांग्लादेश सीमा के पास भाटूंद गांव में घटी।
गंभीर रूप से घायल दोनों जवानों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिली है कि इस घटना के बाद कॉन्स्टेबल ने आत्मसमर्पण कर दिया है और वह पुलिस हिरासत में है। बीएसएफ जवान की माैत की खबर जब सहारनपुर पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के लोगों का इस घटना के बाद रो-रो कर बुरा हाल है। परिवार ही नहीं पूरे गांव के लाेग इस घटना काे लेकर दुखी हैं।
गांव के लोगों ने अनुज सैनी के परिवार वालों को सांत्वना दी है। गांव पहुंचे नायब तहसीलदार ने परिवार को 32 वर्षीय अनुज सैनी के साथ हुई अनहोनी की खबर दी। अनुज सैनी के पिता चंद्रग्रहण सैनी व भाई राहुल सैनी को सांत्वना देते हुए उनका हौसला बंधाया । जवान की पत्नी रेनू को फोन पर पहले यह जानकारी मिली कि, नक्सली हमले में अनुज सैनी शहीद हाे गए। यह सुनते ही अनुज सैनी की पत्नी बेहोश हो गई। इसके बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया।
सहारनपुर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि बीएसएफ के डीआईजी से बात हुई है। उन्होंने बताया है कि कैंप पर नक्सली हमला नहीं हुआ है बीएसएफ के एक जवान ने अपने ही साथियों पर अचानक फायरिंग कर दी जिसमें एक इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल अनुज सैनी की मौत हो गई।