ये है मामला दरअसल चुनाव से पहले भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण के समर्थन में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने कई बार आवाज उठाई थी। चंद्रशेखर की हालत बिगड़ने पर वे उसे देखने के लिए अस्पताल भी पहुंचे। इतना ही नहीं चंद्रशेखर काे जब डलहाैजी से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया ताे उसी दिन रावण की मां आैर भाई के अलावा अन्य कार्यकर्ता इमरान मसूद के आवास पर पहुंचे थे आैर यहां आयाेजित एक प्रेसवार्ता में इमरान मसूद ने यह मांग की थी कि चंद्रशेखर के साथ पुलिस काेई दुर्व्यहार ना करे। साथ ही चेतावनी भी दी गई थी कि यदि एेसा हुआ ताे कांग्रेस चंद्रशेखर आैर दलित समाज की लड़ाई लड़ेगी। इतना ही नहीं शब्बीरपुर प्रकरण के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी दलित परिवाराें से मिलने के लिए सहारनपुर आए थे। यह अलग बात है कि प्रशासन ने उन्हें शब्बीरपुर तक नहीं जाने दिया था। एेसे में अब कांग्रेस ने सहारनपुर में निकाय चुनाव में दलित वाेटाें के लिए भीम आर्मी का सहारा लेना चाहा ताे भीम आर्मी सामने आ गई आैर कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ नकुड़ थाने में तहरीर दे दी।
ये दी गई है तहरीर भीम आर्मी के विधानसभा अध्यक्ष राेहित राज गाैतम की आेर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि हमारा संगठन भीम आर्मी एकता मिशन एक अराजनीतिक संगठन है। मेरी जानकारी में आया है कि कांग्रेस के नगर पंचायत चेयरमैन प्रत्याशी अंबेहटा पीर चौधरी इनाम ने भीम आर्मी संस्थापक भाई चंद्रशेखर उर्फ रावण के छल-कपट पूर्वक एवं कूटरचित दस्तावेज के रूप में पोस्टर स्टीकर तैयार कराकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इसमें हमारी व संगठन के किसी भी व्यक्ति की सहमति नहीं ली गई है। जिससे हमारा संगठन बदनाम हो रहा है और हमारे बहुजन समाज के लोगों को गुमराह किया जा रहा है, जो चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन भी है। एेसे में उक्त कांग्रेस प्रत्याशियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की मांग करते हैं।