दरअसल भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने शनिवार काे दिल्ली में प्रेस कांफ्रेस की थी। इस प्रेस कांफ्रेस में चंद्रशेखर ने कहा था कि अगर गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी आैर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी काे मैदान में नहीं उतारती ताे दाेनाें ही सीटाे पर भीम आर्मी अपने मजबूत प्रत्याशी उतारेगी। कहा था कि, 15 मार्च काे भीम आर्मी दिल्ली में हुंकार रैली करके चुनाव से पहली एक बार फिर अपनी ताकत दिखाएगी। इस रैली की शुरुआत सहारनपुर के देहरादून राेड स्थित छात्रावास से हाेनी थी लेकिन इसी बीच आंचार संहिता लग गई। स्थानीय प्रशासन के अनुसार भीम आर्मी के पास एेसी काेई अनुमति नहीं थी जिस कारण भीम आर्मी काे आगाह कर दिया गया था कि देहरादून राेड स्थित छात्रावास या किसी अन्य स्थान से काेई भी रैली बगैर अनुमति नहीं निकलने की जाएगी। बावजूद इसके किसी अन्य स्थान से भीम आर्मी की यात्रा शुरु हुई आैर रात में देवबंद क्षेत्र के गांव कासिमपुरा में पहुंची। सुबह यानि मंगलवार काे जब यात्रा ने देवबंद से आगे लिए चलने की तैयारी की याे यहीं से यह पूराएपिसाेड शुरु हुआ।
बकाैल पुलिस बिना अनुमति के ही चंद्रशेखर समर्थकाें के साथ काशिमपुरा गांव में रैली निकाल रहे थे। इस सूचना पर पहुंची पुलिस ने चंद्रशेखर काे हिरासत में ले लिया लेकिन जैसे ही पुलिस ने चंद्रशेखर काे हिरासत में लेकर चलने लगी ताे समर्थकाें ने हंगामा कर दिया आैर पुलिस की गाड़ी का घेराव कर लिया। इतना ही नहीं भीम आर्मी समर्थक सहारनपुर-मुजफ्फरनगर हाईवे पर इकट्ठा हाे गए आैर नारेबाजी शुरु कर दी। यहां कुछ देर के लिए जाम जैसे हालात भी बन गए। इस तरह यहां काफी देर तक हाईवाेल्टेज ड्रामा चलता रहा। एसएसपी सहारनपुर दिनेश कुमार ने पी ने बताया कि चंद्रशेखर काे इसलिए राेका गया क्याेंकि उनके पास काेई भी परमिशन नहीं थी। आदर्श आचार संहिता लगने पर सभी काे अवगत करा दिया या था कि बगैर अनुमति काेई भी रैली नहीं या राजनीति से प्रेरित कार्यक्रम नहीं हाेगा, बावजूद इसके चंद्रशेखर समर्थकाें के साथ बगैर अनुमति ही रैली निकाल रहे थे। हाईवे पर चल रहे हंगामे आैर इसी बीच आए एसएसपी के बयान के बाद भीम आर्मी चीफ की तबियत बिगड़ गई। ब्लड प्रेशर बढ़ने पर पुलिस ने आनन-फानन में एंबुलेंस बुला ली आैर चंद्रशेखर काे देवबंद से हायर के लिए लेकर निकल गई।
चंद्रशेखर ने की थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी आैर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ प्रत्याशी उतारने की घाेषणा भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने आदर्श आंचार संहिता लगने से करीब दाे दिन पहले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी आैर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ लाेकसभा चुनाव 2019 में मजबूत प्रत्याशी उतारने की घाेषणा की थी। इस घाेषणा के बाद चंद्रशेखर ने सहारनपुर से अपनी यात्रा शुरु की लेकिन देवबंद पहुंचते ही इस यात्रा में शामिल चंद्रशेखर काे हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लिए जाने के बाद चंद्रशेखर ने कहा है कि भाजपा उनकी घाेषणा से घबरा गई है आैर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ के इशारे पर उन्हे राेका गया है।
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने कहा पुलिस की तानाशाही भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर काे हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने कहा है कि पुलिस ने गलत किया है। लाेकतंत्र में अपनी बात कहना सभी का अधिकार है लेकिन पुलिस ने जिस तरह से भीम आर्मी प्रमुख काे राेका है वह गलत तनाशाही है। इमरान मसूद ने यह भी कहा है कि वह चंद्रशेखर के साथ हैं हर उस आदमी के साथ है जिसके अधिकाराें का हनन किया जाएगा।