बसपा सुप्रीमो मायावती ने यह भी आरोप लगाए हैं कि भीम आर्मी जैसे संगठन दलित समाज के बीच जाकर उन्हे भड़काते हैं आैर दलित समाज को भड़काकर दलित और ऊंची जाति लोगों के बीच खाई खाेदने की काेशिश कर रहै हैं। बसपा किसी एक समाज की पार्टी नहीं है सभी समाज की पार्टी है। मायावती ने यह भी कहा कि जब वह सहारनपुर के शब्बीरपुर में पहुंची थी तो उनकी हत्या करने की साजिश रची गई थी लेकिन उनकी सजगता से हत्या की योजना असफल हो गई थी। मायावती ने खुलासा किया कि मैंने संसद की राज्यसभा सदस्य पद से इसलिए इस्तीफा दिया था क्योंकि मुझे संसद में इस मामले को उठाने की अनुमति नहीं दी गई थी साफ तौर पर कहें तो बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीधे तौर पर भीम आर्मी को झटका दिया है। भीम अभी तक बसपा समर्थित होने की बात कर रही थी और चंद्रशेखर उर्फ रावण ने जेल से रिहा होते ही भी यह कहा था कि हम गैर राजनीतिक संगठन है बावजूद इसके हम भाजपा को हराने के लिए बसपा का साथ देंगे। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने बसपा सुप्रीमो मायावती को बुआ जी कहा था लेकिन अगले दिन ही मायावती का यह बयान भी आ गया था कि मैं किसी की बुआ जी नहीं हूं।