मुस्लिम बाहुल्य इस गांव की आबादी करीब 15 हजार है। स्वतंत्रा दिवस के इस कार्यक्रम को लेकर गांव के बच्चों से लेकर बूढ़ों तक में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह कार्यक्रम राष्ट्रवाद का संदेश देगा अब गांव के लोगों को बेसब्री से उस पल का इंतजार है जब मस्जिद परिसर में लगे टॉवर पर तिरंगा आसमान को छूंता हुआ दिखाई देगा। तिरंगे को अलग-अलग रिफ्लेक्शन देने के लिए टॉवर पर विशेष तरह की एलईडी लाइट भी लगाई जा रही हैं।
इस कार्यक्रम को कराने के लिए ग्राम पंचायत ने मस्जिद कमेटी से इजाजत मांगी थी। मस्जिद कमेटी ने खुश होकर इस प्रस्ताव का स्वागत किया और अऩुमति देने के साथ-साथ इस कार्यक्रम में हर संभव सहायता देने का भी आश्वास दिया। इसके बाद से ही गांव में तिरंगा फहराए जाने की तैयारी चल रही हैं। ग्राम प्रधान ने बताया कि टॉवर खड़ा करने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। तिरंगे का साइज 14 बाइ 21 का बनवाया गया है। तिरंगे की उंचाई और आकार को इस तरह से डिजाइन कराया गया है कि कई किलोमीटर से भी इस राष्ट्रीय ध्वज काे लहराते हुए आसानी से देखा जा सकेगा।
ग्राम प्रधान ने बताया कि इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अफसरों को भी निमंत्रण भेजा गया है। बड़ी संख्या में लोग इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे। माना जा रहा है कि भारत की आजादी के बाद देवबंद और सहारनपुर ही नहीं बल्कि प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी मस्जिद परिसर में इतनी उंचाई पर तिरंगा फहराया जा रहा है। डीपीआरओ उपेंद्र राज सिंह ने भी ग्राम पंचायत मानकी के इस कार्य की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि यह एक अनोखी शुरूआत है।