यूपी नगर निकाय 2023 की आरक्षण लिस्ट जारी हो गई है (UP Nagar Nikay Reservation List)। इससे कई बड़े नेताओं को झटका लगा है।
पहले से तैयारी में जुटे दिग्गगों को गुरुवार को जारी हुई निकाय लिस्ट ने तगड़ा झटका दे दिया है। आरक्षण नियमों से बड़ा उलटफेर हो गया है।
सपा की साइकिल से उतरकर बसपा के हाथी पर सवारी कर रहे इमरान मसूद अपनी पत्नी को भले ही मेयर का टिकट दिलाने में सफल हो गए थे, लेकिन आरक्षण के बदलाव में उनके सारे अरमान धरे के धरे रह गए।
वेस्ट यूपी के दिग्गज नेताओं में गिने जाने वाले इमरान मसूद को इस आरक्षण से बड़ा झटका लगा है। सहारनपुर नगर निगम सीट महिला से ओबीसी के लिए आरक्षित कर दी गई है। इससे इमरान मसूद की पत्नी का इस सीट से चुनाव लड़ना असंभव हो गया है।
बहुजन समाज पार्टी ने उन्हें पहले ही इस सीट से प्रत्याशी बनाया जा चुका था, लेकिन आरक्षण ने पूरा खेल बिगाड़ दिया।
सहारनपुर नगर निगम चुनाव में मेयर सीट से बसपा ने इमरान मसूद की पत्नी साइमा मसूद को कैंडिडेट बनाया था। पत्नी के नाम की घोषणा होते ही इमरान मसूद ने अपनी जीत पक्की बताई थी। इमरान मसूद ने कहा है कि अब सहारनपुर में चारों ओर नीला ही नीला रंग ही दिखाई देगा।
इसके बाद साइमा मसूद ने पूरे शहर में अपने नाम के पोस्टर लगवाएं होली, रमजान और कांशीराम जयंती पर बधाई देते हुए पोस्टर भी शेयर किए लेकिन आरक्षण के चक्कर में साइमा का मेयर बनने का सपना अब टूटता नजर आ रहा है। साइमा मसूद के पति इमरान मसूद ने अक्टूबर 2022 में सपा का दामन छोड़ा और बसपा के पाले में आ गए। मसूद करीब एक दशक तक पश्चिमी यूपी में कांग्रेस का चेहरा रहे। बसपा ने अब उन्हें पश्चिमी यूपी का संयोजक बना दिया है। पश्चिमी यूपी में मुसलमानों की बड़ी आबादी है और मायावती उसी को टारगेट करती दिख रही हैं।
2017 में मेयर बने संजीव वालिया के चुनाव लड़ने की उम्मीद फिर जाग गई हैउत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव की आरक्षण लिस्ट गुरुवार शाम को जारी कर दी गई। इसमें नगर निकाय की 762 सीटों पर 760 पर चुनाव होंगे, जिसमें 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका परिषद और 544 पर नगर पंचायत का चुनाव होगा। साथ ही 13,965 वार्डों का भी आरक्षण जारी किया गया है।
Krishna Pandey
कृष्णा पांडेय भारतीय जन संचार संस्थान से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। एफएम रेडियो और डिजिटल जगत की पत्रकारिता में सक्रिय हैं। पत्रिका डिजिटल डेस्क के अहम सदस्य के पद पर कार्यरत हैं।