तेंदूए आैर गाय के बीच जमकर हुआ संघर्ष ताे दिखा एेसा खौफनाक नजारा- देखें वीडियो
इस साल से इन दवार्इयों पर लगा बैन
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार बैन होने वाली इन दवार्इयों की संख्या एक या दो नहीं बल्कि 80 के आसपास है।जो अब तक धड़ल्ले से मार्केट के बेची जा रही थी। पेट दर्द आैर बुखार समेत बीपी की इन दवार्इयों को लोग बिना डाॅक्टर से पूछे भी खा लेते थे।लेकिन अब सरकार ने इन दवार्इयों को मार्केट से हटाने के लिए 11 जनवरी से बैन कर दिया है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दवाएं बैन करने का गजट नोटिफिकेशन छपने के लिए भेज दिया था।वहीं बैन होने वाली ये दवाएं दूसरी बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले सॉल्ट से मिलकर बनाई जा रही थी।जिसे सेहत के लिए गंभीर खतरा माना जा रहा है।
अब दवार्इ मार्केट में उतारने से पहले यहां से लेनी पड़ती है अनुमति
वहीं सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) के एक अधिकारी ने बताया कि नर्इ दवा को मार्केट में उतारने से पहले सीडीएससीओ से अनुमति लेनी पड़ती है।अनुमति देने से पहले सीडीएससीओ उस दवा की क्वालिटी और शरीर पर पड़ने वाले असर का अध्ययन करती है। लेकिन इन 80 दवाओं को बनाने के लिए अनुमति नहीं ली गई थी।इन्हें इस्टेट ड्रग्स कंट्रोलर ने अपने स्तर पर कंपनियों को मंजूरी दे दी थी।वहीं सहारनपुर ड्रग इंस्पेक्टर रमेश कुमार यादव ने बताया कि हमें अभी तक इस तरह का कोर्इ पत्र नहीं मिला है।अगर यह इस तरह का कोर्इ नोटिस मिलता है, तो उसका पालन कर एेसी दवार्इयों को बंद कराया जाएगा।