गन्ने और सरसों की फसल के बीच किसान कर रहा था अफीम की खेती, कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश
मूल रूप से बिहार का रहने वाला 18 वर्षीय माेहम्मद यासिर पुत्र अब्दुल मजीद अपने परिवार के साथ देवबंद में रहता है। चाचा फुजैल के अनुसार यासिर देवबंद दारुल उलूम में फारसी का छात्र है। इसके चाचा भी देवबंद दारुल उलूम में ही कार्य करते हैं।फरमान: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए यंग पुलिसकर्मी ही करेंगे फ्रंट लाइन पर ड्यूटी
साेमवार सुबह यासिर ने घर में रखी चूंहे मारने की दवा का सेवन कर लिया। हालत बिगड़ने पर इसे आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां से चिकित्सकों ने सहारनपुर रेफर कर दिया।Noida: Corona के बढ़े केस तो सीएम योगी ने अधिकारियों की लगाई क्लास, डीएम ने मांगी छुट्टी
सहारनपुर में उपचार के बाद हालत में सुधार काे देखते हुए चिकित्सकों ने इसे छुट्टी दे दी। साेमवार शाम काे यासिर की हालत में सुधार था और वह अपने घर पहुंच गया था।