पुलिस के ही अनुसार इससे पूछताछ में पता चला कि यह टीनएजर्स को चरस सप्लाई करता है। पहले उन्हें सस्ते दामों में चरस दी जाती हैं। जब वह एडिक्ट हो जाते हैं तो फिर उनसे घर का सामान जेवरात और पैसे लाने को कहा जाता है। इसके बाद उन्हें कई गुना अधिक कीमतों पर चरस दी जाती है।
सहारनपुर में यह पहला मामला नहीं है। सहारनपुर में बड़ी संख्या में युवा और टीनएजर्स नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे हैं। इसी वजह से नशे के सौदागरों का धंधा फल-फूल रहा है।।पुलिस अब पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर रही है। यह जानकारी की जा रही है कि यह चरस कहां से आती है और कितने लोग इस पूरे मामले में पकड़े गए आरोपी के साथ जुड़े हुए हैं ।
अभी तक पंजाब नशीले पदार्थ के सेवन और कारोबार के लिए चर्चित रहा है लेकिन अब यूपी का आंतिम जिला सहारनपुर भी उड़ता पंजाब बनता जा रहा है। सहारनपुर में नशे का कारोबार तेजी से फैलता जा रहा है और किशोर नशे की गर्त में धिकलते जा रहे हैं। पुलिस कई बार इन तस्करों के प्यादों को पकड़ चुकी है लेकिन इस पूरे कारोबार के जो बड़े तस्कर हैं उन तक पुलिस भी कभी नहीं पहुंच पाती है। ऐसे में यह कारोबार तेजी से फल फूर रहा है।