बता दें कि 27-28 नवंबर की रात को महिला डॉक्टर के साथ चार आरोपियों ने गैंगरेप किया। हैवानियत को अंजाम देने के बाद महिला डॉक्टर की हत्या कर दी। बाद में उनकी बॉडी को जला दिया गया। महिला डॉक्टर का शव नेशनल हाईवे के अंडरपास के पास जली हुई हालत में मिला था। घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा फैल गया। जगह-जगह धरना प्रदर्शन किए गए।
इत्तेहाद उलमा-ए-हिंद के उपाध्यक्ष मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि हैदराबाद पुलिस का यह कदम बड़ा ही सराहनीय है। बलात्कारियों को इस तरह की सजा मिलती रहेगी तो बलात्कार जैसी घटनाओं में कमी देखने को मिलेगी। इस्लामिक देशों में इस तरह की घटना करने पर सरेआम फांसी दी जाती है। इसी तरीके से कत्ल करने वाले को भी फांसी दी जाती है और सिर काट दिया जाता है। वहां घटनाएं कम ही देखने को मिलती है। अगर दोषियों को इस तरीके से सजा मिलती रहेगी तो इस तरह के लोग वारदात करने की हिम्मत नहीं जुटा सकेंगे। उन्नाव पीड़िता को अभी तक इंसाफ नहीं मिला। उन्नाव के अंदर जो भी बलात्कारी हैं, उन्हें भी इसी तरह की सजा मिलनी चाहिए।