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दरअसल, पाकिस्तान के रावलपिंडी से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका चहार सू में डा. नवाज देवबंदी के नाम से यह विशेषांक हाल ही में आया है। इस विशेष अंक में नवाज देवबंदी की शायरी, गजलों व नज्मों को जगह दी गई है। साथ ही देवबंदी का एक विस्तृत और दिलचस्प साक्षात्कार भी शामिल है। इतना ही नहीं नवाज देवबंदी की शायरी पर नामचीन शायरों व साहित्यकारों ने भी अपनी राय दी है। इनमें प्रसिद्ध कवि स्व. गोपाल दास नीरज, प्रो. डा. राहत इंदौरी, पूर्व चुनाव आयुक्त डा. एसवाई कुरैशी आदि शामिल हैं। यह भी पढें: श्रमिकों ने कहा- गांव से बाहर आकर खाना और पहनना ही कमाया, अब नहीं आएंगे घर से लौटकर पत्रिका में नवाज देवबंदी द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में की जा रही सेवाओं और बच्चियों की तालीम के लिए किए जा रहे कार्यों का बखान किया गया है। देवबंदी ने कहा कि बिना किसी ताल्लुक और निजी जान पहचान के ही उनको जो इज्जत बख्शी गई है, उसके लिए वह पत्रिका के मुख्य संपादक गुलजार जावेद के आभारी हैं।