कुछ देर बाद जब व्यापारी काे सांस आया ताे पैराें तले से जमीन खिसक गई। कारण भी था, दरअसल व्यापारी ने देखा कि गाड़ी के अंदर रुपयाें से भरा बैग गायब था। दवा व्यापारी सुशील त्यागी के मुताबिक इस बैग में करीब 45 हजार रुपये नकद, रिवॉल्वर का लाईसेंस आैर अन्य जरूरी कागजात थे। घटना हाेते ही वह अपने साथी के साथ फतेहपुर थाने पहुंचे आैर पूरी घटना पुलिस काे बताई। घटना का पता चलने पर पुलिस पुनः घटनास्थल पर पहुंची आैर जांच पड़ताल की। पुलिस काे प्राथमिक जांच में पता चला कि टप्पेबाजाें ने व्यापारी की गाड़ी पर माेबिल अॉयल भी डाला था आैर यह कहा था कि देखिए आपकी गाड़ी से तेल टपक रहा है शायद पाइप फट गया है, लेकिन व्यापारी ने इस बात काे अनसुना कर दिया था आैर वह कार से बाहर नहीं निकले थे। सुशील कुमार के मुताबिक उन्हाेंने अक्सर एेसा सुना था कि टप्पेबाज तेल टपकने यानि गाड़ी में काेई अन्य नुकसान हाेने की बात कहकर बाहर निकालने की काेशिश करते हैं आैर यही साेचकर वह बाहर नहीं निकले थे लेकिन इसके थाेड़ी ही देर बाद उनका दम घुटने लगा ताे वह निकल गए आैर इसी अवधि में उनके साथ यह घटना घट गई। इस घटना से यह सीख मिलती है कि अचानक आप हाईवे पर चल रहे हाें या गाड़ी में बैठे हाे आैर आपका दम घुटने लगे या सांस में लेने मिर्च लगने लगें ताे यह भी टप्पेबाजाें की हरकत हाे सतकी है। फिलहाल फतेहपुर थाना पुलिस ने इस घटना की पड़ताल में लगी हुई है।