दुख की घड़ी में मुसलमान नहीं करें कोई ऐसा काम, जिससे हम वतन भाइयों को ठेस पहुंचे
सहारनपुर•Aug 20, 2018 / 02:20 pm•
Iftekhar
पूर्व पीएम बाजपेई की मौत के कराण देवबंदी उलेमा ने की सादगी से ईद-उल-अजहा मनाने की अपील
देवबंद. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के निधन के बाद पूरे देश में शौक की लहर है। वाजपई की मौत के बाद देश का राष्ट्रीय ध्वज भी आधा झुका हुआ है और पूरे देश में सात दिन के शोक का ऐलान किया गया है। वहीं, केरल में आई भीषण बाढ़ की वजह से भी लोगों पर आफत टूट पड़ी है। लिहाजा, इस दुख की घड़ी में शिया उलेमा सैफ अब्बास की अपील का देवबंदी उलेमा ने भी समर्थन किया है। देवबंदी आलिम और मदरसा दारुलउलूम निशवा के मोहतमिम मौलाना अब्दुल लतीफ कासमी ने भी देश के मुसलमानों से अपील की है कि सभी मुसलमान भाई इस गम के माहौल में ईद-उल-अजहा पर कोई भी ऐसा काम न करें, जिससे यह महसूस हो कि जश्न मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे वज़ीर-ए-आजम अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हुआ है। इसलिए सभी मुसलमान भाई पूरी सादगी के साथ ईद-उल-अजहा का त्यौहार मनाए और भारतवासियों का ख्याल रखा जाए। पूरा भारत इस वक्त पूर्व पीएम वाजपेयी मौत के गम में डूबा हुआ है, लिहाजा मुसलमानों को भी अपने हम वतन भाइयों का ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि वाजपेयी एक ऐसी सख्सियत थे, जिन्हें हर समाज, हर तब्का और हर धर्म के लोग पसंद करते थे। उनके निधन पर सभी भारत वासी गमगीन हैं। हमारा कौमी झंडा भी झुका हुआ है और जब तक हमारा कौमी झंडा झुका हुआ है, तब तक मुसलमानों को कुछ भी ऐसी नहीं करना चाहिए जिससे ये लगे कि मुसलमान जश्न मना रहे हैं।