दरअसल, गंगाेह विधान सभा सीट की काउटिंग के दाैरान कांग्रेस नेता इमरान मसूद के छाेटे भाई नाेमान मसूद दूसरे राउंड से लीड़ ले रहे थे। 27 राउंड तक वह भाजपा प्रत्याशी से आगे थे लेकिन 28, 29, 30, व 31 राउंड में वह पीछे रह गए और भाजपा प्रत्याशी ने पांच हजार से अधिक लीड़ के साथ जीत हांसिल कर ली। इसी काे लेकर कांग्रेसियों का गुस्सा फूट पड़ा। मतगणना स्थल से जाते समय नाेमान मसूद ने कहा कि, इस देश में अब इलेक्शन की आवश्यकता ही नहीं हैं चुनाव भाजपा के हाथ में दे दिए जाने चाहिए।
इधर जिला निर्वाचन अधिकार जीतने वाले प्रत्याशी किरत सिंह काे प्रमाण पत्र देने की तैयारी कर रहे थे और उधर इमरान मसूद के आवास पर सैकड़ों की संख्या में समर्थक जुट गए। इनमें काफी गुस्सा था। खुद इमरान मसूद इस भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे और याेगी-माेदी के खिलाफ नारेबाजी की जा रही थी। इसकी सूचना मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट पंकज वर्मा और एसपी सिटी विनीत भटनाकर इमरान मसूद के आवास पर पहुंचे और वही पर ज्ञापन देने काे कहा।
दरअसल इमरान मसूद समर्थकों के साथ जुलूस के रूप में चलकर कमिश्नर काे ज्ञापने देने की बात कर रहे थे लेकिन बाद में वह मान गए। इमरान मसूद ने साफ कहा है कि उनके साथ धाेखा हुआ है। प्रशासन ने समर्थकों काे धकियाते हुए काउंटिंग से बाहर कर दिया और बाद में काउटिंग में गड़बड़ी। इमरान मसूद ने चुनाव आयोग काे भी शिकायत की है।
ये है मुख्य मांग इमरान मसूद की मांग है कि बाद के तीन राउंड की रिपाेलिंग कराए जाए। उनमें अधिकांश मुस्लिम बाहुल्य गांव हैं जहां से उन्हे भारी वाेट मिले हैं। रिपाेलिंग कराने पर सत्य साफ हाे जाएगा।
क्या कहते हैं अफसर जिलाधिकारी और एसएसपी ने सभी आरोपों काे निराधार बताया है। दाेनाें अफसराें का कहना है कि जहां काउटिंग चल रही थी वहां पर सीसीटीवी रिकार्डिंग चल रही थी सीसीटीवी रिकार्डिंग देखी जा सकती है।