बुधवार रात जन्माष्टमी पर्व था लोग पूजा की तैयारियों में लगे हुए थे कि अचानक उनके घरों की बत्तियां गुल होने लगी। जब लोगों ने बाहर निकल कर देखा तो उनके घरों के बाहर लगे इस स्मार्ट मीटर में तो लाइट थी लेकिन उनके घर में सप्लाई नहीं हो रही थी। लोगों को कुछ समझ में ही नहीं आया ऐसा पहली बार हुआ था जब अचानक लोगों के घरों की बत्तियां गुल हुई। त्यौहार के दिन घरों में अंधेरा होने पर लोग बिजली घरों की ओर दौड़ पड़े। लोगों का गुस्सा उस समय और बढ़ गया जब बिजली घरों पर भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
बिजली घर से लोगों को बस यही जानकारी मिली कि स्मार्ट सिटी मीटर लखनऊ से ही बंद कर दिए गए हैं ऐसा क्यों हुआ है उनके पास कोई जानकारी नहीं है। जब बिजली करो उसे लोगों को यह जवाब मिला तो उनका गुस्सा और बढ़ गया हालात ऐसे हो गए क्या बिजली घरों पर पुलिस तैनात करनी पड़ गई। बिजली घर पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया इसके बाद घबराए बिजली कर्मचारियों ने खुद को अंदर कमरे में बंद कर लिया और भीड़ से जाने का आग्रह किया लेकिन लोग अपने सवालों का जवाब मांग रहे थे वह पूछ रहे थे कि आखिर उनकी बिजली गई कैसे अगर स्मार्ट मीटर में कोई गड़बड़ी है तो सीधे तार लाइन से जोड़ दो लेकिन त्यौहार है लाइट आनी चाहिए क्योंकि हमने दिल दिया हुआ है।
कई उपभोक्ता यहां अपने बिजली बिल जमा करने की रसीद लेकर पहुंचे थे बाद में पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया इस तरह करीब 5 घंटे तक शहर में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा इसके बाद एक-एक करके लोगों की बिजली सप्लाई शुरू हुई तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। पावर कॉरपोरेशन ने इस पूरे मामले में बड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। पॉवर कॉरपोरेशन के अफसरों के अनुसार लखनऊ से कोई गलत कमेंट किए जाने की वजह से ऐसा हुआ था जिसे बाद में ठीक कर दिया गया और लोगों के मीटर चल गए लेकिन इस घटना ने लोगों को स्मार्ट मीटर से डरा दिया है।