वर्ष 2011 में सहारनपुर के जनकपुरी थाना क्षेत्र की भगत सिंह कॉलोनी में रहने वाले सर्राफ रमेश सहगल और उनके परिवार के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। बच्चों को भी दीवार से पटक-पटक कर मार दिया गया था और पूरा घर खून से लाल हो गया था। इस वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने गंगोह क्षेत्र के हुसैनपुर गांव के रहने वाले मेहरबान उर्फ ददिया उर्फ जोधन उर्फ नौशाद को उसके साथियों के साथ गिरफ्तार किया था।
जोधन मूल रूप से झांसी का रहने वाला है। वर्ष 2019 में जोधन को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। इसके खिलाफ भोपाल में भी हत्या के मुकदमे दर्ज थे। गुरुवार को हत्या के ही एक मामले में पेशी के लिए पुलिस इसे लेकर जा रही थी। मंगलवार सुबह करीब 9:00 बजे सहारनपुर पुलिस लाइन से दरोगा विरेंद्र स्वरूप, हेड कांस्टेबल सुनील कुमार, कॉन्स्टेबल सचिन संदीप और चालक प्रमोद कुमार सरकारी गाड़ी से कुख्यात अपराधी जोधन को लेकर भोपाल के लिए रवाना हुए थे।
बुधवार को रायगढ़ जिले के ब्यावरा थाना क्षेत्र में जोधन शौच करने के बहाने गाड़ी से नीचे उतरा और सिपाही को धक्का देकर फरार हो गया। पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस ने इसकी तलाश शुरू कराई। एसएसपी ने रायगढ़ एसएसपी ( bhopal police ) को फोन पर घटना की सूचना दी और वहां भी चेकिंग कराने के लिए आग्रह किया। इस मामले में प्राथमिक लापरवाही सामने आने पर दरोगा समेत सभी पांचों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर इस चिन्नप्पा ने बताया कि कैदी के फरार होने पर प्राथमिक लापरवाही के आधार पर सभी पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जोधन की तलाश की जा रही है।