4440 करोड़ की संपत्ति जब्त
सहारनपुर का खनन माफिया हाजी इकबाल को योगी सरकार ने मिट्टी में मिला दिया है। बीते रोज ईडी ने हाजी इकबाल की 4440 करोड़ रुपयों की संपत्ति जब्त कर ली। हाजी इकबाल की ग्लोकल यूनिवर्सिटी को सीज कर दिया गया है। इससे सबसे बड़ा नुकसान यहां पढ़ने वाले 4 हजार बच्चों को हो सकता है। इन बच्चों के भविष्ट पर अब संकट मंडराने लगा है। आपको बता दें कि हाजी इकबाल लंबे समय से फरार चल रहा है और 1 लाख रुपए का इनामी अपराधी है। हाजी इकबाल के चारों बेटे जेल में हैं और नई मिली जानकरी के मुताबिक वो खुद दुबई में छिपकर अपने दिन काट रहा है।
परचून की दूकान चलाने वाला कैसे बना खनन माफिया
हाजी इकबाल कभी परचून की दुकान चलाता था। वो बोतलों में शहद भरकर बेचता था। अचानक से हाजी इकबाल अपराध की दुनिया में इतना हावी हुआ कि वो 5 हजार करोड़ रुपयों से भी ज्यादा के दौलत का मालिक बन गया। बता दें कि हाजी इकबाल का सियासी रसूख तगड़ा रहा है। एक समय हाजी इकबाल उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायवती का करीबी माना जाता था। वो बसपा से पूर्व विधायक भी रह चुका है। हाजी पर अवैध खनन और जमीनों पर कब्जा समेत दर्जनों मामले हैं। हाजी इकबाल के नाम एक यूनिवर्सिटी भी है। इस यूनिवर्सिटी में करीब 4 हजार बच्चे पढ़ते हैं और लगभग 700 लोगों का स्टाफ काम करता है। अब इन सभी को अपने भविष्य का डर सताने लगा है। ED ने PMLA 2002 के प्रावधानों के तहत अवैध खनन मामले में अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से संबंधित 4,440 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को कुर्क किया है। इसके सात ही 121 एकड़ संपति को अटैच कर दिया है। ये सभी संपत्तियां अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। ट्रस्ट का नियंत्रण, प्रबंधन और संचालन मोहम्मद इकबाल, पूर्व एमएलसी और उनके परिवार के सदस्यों की ओर से होता है।
दुबई में छिपा है हाजी इकबाल!
1 लाख रुपए का इनामी हाजी इकबाल फरार चल रहा है हाजी इकबाल के चार बेटे वाजिद, जावेद, अलीशान और अफजाल और भाई महमूद अली जेल में बंद हैं। कुछ दिनों पहले हाजी इकबाल की दुबई के एक बिजनेसमैन के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल हुई थी जिसके बाद यह कयास लगाया गया कि हाजी इकबाल दुबई में छिपा हुआ है।