यह खुलासा आरटीआई (RTI) में हुआ है। गोविंद नगर के रहने वाले राजन कुमार ने सूचना का अधिकार अधिनियम का प्रयोग करते हुए नगर निगम से यह सूचना मांगी थी कि रेलवे रोड स्थित एक होटल का टैक्स कितना है। यह भी पूछा गया था कि, किस आधार पर उसका टैक्स आवंटित किया जाता है। इस सूचना का उत्तर बेहद चौंकाने वाला मिला। राजन कुमार मखीजा के अनुसार निगम ने इस सवाल का जवाब देते हुए बताया है कि होटल नजूल की भूमि पर बना हुआ है। पुराने दस्तावेजों में देखने पर पता चला कि यह भूमि एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के नाम पर आवंटित की गई थी। उसके बावजूद यहां पर होटल खड़ा कर दिया गया। अब यह खुलासा होने पर नगर निगम के टैक्सकर्मियाें में हड़कंप मच गया है।
जब इस बारे में नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह से बात की गई ताे उन्हाेंने कहा कि, अगर कोई जमीन किसी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के नाम पर है तो वहां होटल नहीं बनाया जा सकता उनका यह भी कहना है कि अगर इस तरह का मामला सामने आ रहा है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।