पकड़े गए अभियुक्तों ने अपने नाम नौशाद पुत्र शौकत अली निवासी चांद कॉलोनी गली नंबर 7 और मोहम्मद साजिद पुत्र शमशाद निवासी आजाद कॉलोनी थाना मंडी बताएं है। एसपी सिटी विनीत भटनागर के मुताबिक जब पकड़े गए अभियुक्तों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि पिछले करीब 3 वर्षों से तमंचा बनाने का काम कर रहे हैं। बताया कि हम तमंचे तैयार करने के बाद उन्हें नुकुड़ और मिर्ज़ापुर आदि कस्बों में भेजते हैं। एक तमंचे को तीन से ₹4000 में बेचा जाता है जबकि रिवाल्वर की कीमत 10000 से ₹15000 है। गिरफ्तार अभियुक्त नौशाद ने यह भी बताया कि वह 2015 में थाना ककुतुबशेर से तमंचे बनाने की फैक्ट्री संचालित करने के आरोप में जेल जा चुका है। उस वक़्त भी पुलिस ने इससे काफी बड़ी तादाद में हथियारों का जखीरा बरामद किया था। पुलिस का कहना है कि इनके आपराधिक इतिहास की भी जानकारी जुताई जा रही है।
तो क्या इलेक्शन के लिए तैयार हो रहा था जखीरा
पुलिस पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि पिछले 2 दिनों में इन्होंने अपनी फैक्ट्री में प्रोडक्शन बढ़ा दिया था ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि क्या फैक्ट्री में बन रहे अवैध हथियारों का इस्तेमाल चुनाव के लिए किया जा रहा था। सवाल यह भी है कि क्या जिले में इस तरह की और भी फैक्ट्रियां चल रही है ?