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Breaking: पत्रकार आशीष हत्याकांड, सीएम याेगी आदित्यनाथ ने की पांच-पांच लाख रुपये आर्थिक मदद की घोषणा इस अंतिम यात्रा में जनप्रतिनिधियों और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा मीडियाकर्मी व शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। नुमाइश कैंप रोड पर आशीष के घर से शमशान घाट तक लोगों की लाइन लगी हुई थी। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था। दोपहर से ही माधव नगर और नुमाइश कैंप के लोग दोनों भाइयों के शव घर पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। घंटों चली पोस्टमार्टम प्रक्रिया के बाद दोनों के शव सरकारी गाड़ी से घर पर पहुंचे तो एक बार फिर से पूरा माधवनगर रुदन से गूंज उठा। आशीष की मां और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था।
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BIG BREAKING: सहारनपुर में दिनदहाड़े पत्रकार समेत दो सगे भाईयों की गोली मारकर हत्या, बवाल के बाद पीएसी तैनात Crime in UP की इस घटना में पुलिस ने हत्यारोपी महिपाल के परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आशीष की मां की ओर से तहरीर दी गई है। महिपाल की पत्नी और बेटी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था लेकिन महिपाल का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
स्वंतत्रता दिवस पर माहौल बिगाड़ने की रची गई थी यह साजिश, खुफिया विभाग अलर्ट रात करीब 9:00 बजे तक परिवार के लोग नुमाइश कैंप रोड पर बैठे हुए थे। इनका यही कहना था कि हत्यारोपियों का एनकाउंटर किया जाए। उसके बाद ही हम रास्ते से उठेंगे। बाद में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को खदेड़ा और परिवार के लोगों को आश्वासन देकर उठाया। अंतिम संस्कार में सांसद फजलुर रहमान, पूर्व सांसद राघव लखन पाल शर्मा, विधायक संजय गर्ग, पूर्व विधायक इमरान मसूद और राजीव गुंबर समेत लगभग सभी पार्टियों के जनप्रतिनिधि और नेता मौजूद रहे।