नमाज से पहले धर्म गुरुओं और उलेमाओं ने मुस्लिम समाज के लोगों से अपील की थी कि वह नमाज के लिए जामा मस्जिद में इकट्ठा ना हों अपने घरों के पास वाली मस्जिदों में ही नमाज पढ़ें। उधर पुलिस प्रशासन भी लगातार संवाद बनाए हुए था। जुमे के दिन सुबह से ही सहारनपुर के मुख्य बाजारों में फोर्स के साथ डीएम एसएसपी ने फ्लैग मार्च किया और लोगों से शांतिपूर्ण ढंग से नमाज को संपन्न कराने के साथ-साथ किसी भी तरह का प्रदर्शन न करने की अपील की। नमाज के समय पर जमा मस्जिद में नमाजियों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी। इसके बाद जब नमाज पढ़ने के बाद जब लोग अपने घरों को लौट गए तो पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने राहत की सांस ली।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने धर्म गुरुओं और अन्य लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा है कि पिछले जुमे को जो घटना हुई थी उसमें केवल उपद्रवियों के खिलाफ ही कार्यवाही की जाएगी। किसी भी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होगी। उधर पूर्व कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने भी कहा है कि सहारनपुर सौहार्द का जिला है और मुट्ठी भर लोग यहां का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं लेकिन सहारनपुर के लोग अपने शहर के अमन को नुकसान नहीं होने देंगे।