एेसे में साेशल मीडिया से लेकर चुनावी सभाआें में तरह-तरह की चर्चाएं हाे रही हैं। इन्ही चर्चाआें के बीच से निकलकर कुछ अफवाहें भी चुनावी माहाैल में फैल रही हैं। अगर हम सहारनपुर लाेकसभा सीट की ही बात करें ताे चर्चाएं हैं कि 16 मार्च काे भाजपा की सूची इसलिए नहीं आई क्याेंकि सहारनपुर लाेकसभा सीट पर भाजपा के ही कुछ नेता अपने काे मजबूत प्रत्याशी बता रहे हैं। सभी अपने-अपने जुगाड़ लगाए बैंठे हैं टिकट के लिए लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सिफारिशाें का दाैर चल रहा है। अब चर्चाएं यह हैं कि भाजपाई किसी भी एक नाम पर सहमत नहीं हाे पा रहे हैं आैर यही कारण है कि प्रत्याशियाें की सूची घाेषित हाेने में समय लग रहा है। सहारपनुर लाेकसभा सीट पर सांसद राघव लाखन पाल शर्मा के अलावा पूर्व विधायक राजीव गुंबर, मंत्री धर्म सिंह सैनी, विधायक ब्रजेश सिंह, पूर्व विधायक महावीर सिंह, पूर्व विधायक मनाेज चाैधरी आैर जिलाध्यक्ष बिजेंद्र कश्यप अपनी दावेदारी मान रहे हैं।
एेसा ही हाल मुजफ्फरनगर लाेकसभा सीट पर भी है। यहां सांसद संजीव बालियान के अलावा महिला आयाेग की सदस्य डा. प्रियमवदा ताैमर, पूर्व सांसद साेहनवीर सिंह, विधायक उमेश मलिक अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इनके अलावा साेशल मीडिया पर इन दिनाें मुजफ्फरनगर लाेकसभा सीट पर एक नाम फिल्म स्टार सन्नी देआेल (जाट) का नाम भी आ रह है। कहा जा रहा है कि सन्नी देआेल भी मुजफ्फरनगर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। कैराना लाेकसभा सीट की बात की जाए ताे यहां पूर्व सांसद स्वर्गीय हुक्म सिंह की बेटी मृंगाका सिंह के अलावा इन्ही का भतीजा अनिल चाैहान, संघी महेंद्र सिंह महंगी आैर यतेंद्र पंवार अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। तीनाें सीटाें पर यह सभी भाजपाई अपने-अपने आकाआें से सिफारिश करा रहे हैं माना जा रहा है कि इसी कारण भाजपा की सूची घाेषित हाेने में देरी हाे रही है।
भाजपाई बता रहे ये कारण प्रत्याशियाें की सूची में हाे रही देरी के पीछे भाजपाईयाें का यही कहना है कि वेस्ट यूपी के प्रत्याशियाें काे लेकर अभी तक बैठक नहीं बुलाई गई थी। भाजपाईयाें का कहना है कि वेस्ट यूपी के प्रत्याशियाें काे लेकर रविवार काे बैठक है। एेसे में भाजपाई यह उम्मीद जता रहे हैं कि रविवार शाम तक भाजपा अपने पत्ते खाेल देगी आैर प्रत्याशियाें की घाेषणा कर देगी। यह अलग बात है कि कुछ लाेग अभी मान रहे हैं कि भाजपा के प्रत्याशियाें की सूची 20 मार्च के बाद ही घाेषित हाेगी।
भाजपा के लिए यह भी है बड़ी चुनाैती ! भाजपा के लिए जहां एक आेर टिकट घाेषणा चुनाैती के रूप में सामने आई है वहीं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठतम नेताआें सुषमा स्वराज (विदेश मंत्री) उमा (भारती केंद्रीय मंत्री) आदि के निजी कारणाें से चुनाव ना लड़ने व पार्टी के संस्थापक रहे वयाेवृद्ध लाल कृष्ण आडवानी, डॉक्टर मुरली मनाेहर जाेशी, कलराज मिश्र आदि की आयु के अनुरूप उन्हे टिकट ना दिए जाने के विकल्पाें की तलाश में पार्टी परेशान है। इसे भी सूची में देरी हाेने की एक बड़ी वजह मानी जा रही है !
विराेधी खेमाें हैं ये चर्चाएं टिकट घाेषणा काे लेकर विराेधी खेमाें में आम चर्चाएं हैं कि पहले चरण में हाेने वाले चुनाव के कुछ प्रत्याशियाें के फेरबदल की आशंकाआें चलते उनके पार्टी छाेड़कर चले जाने आैर पार्टी के लिए चुनाैती बनने की आशंका भी प्रबल हैं आैर यह भी एक बड़ा कारण है कि सूची जारी हाेने में देरी हाे रही है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नहीं चाहता कि पार्टी के सिंबल पर सांसद रहे किसी भी नेता काे पार्टी से किनारा करने या दूसरी पार्टियाें के संपर्क में जाने का ही माैका दिया जाए।