बतादें कि, एटीएस के आईजी असीम अरुण 22 फरवरी को अपनी टीम के साथ सहारनपुर पहुंचे थे। यहां देवबंद में छापेमारी करते हुए उन्होंने एक प्राईवेट हॉस्टल से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए दाेनाें आतंकियाें ने अपने नाम शाहनवाज तेली व अकील अहमद बताए थे। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने इन आतंकियों से पूछताछ की थी लेकिन इन्होंने माैखिक रूप से ज्यादा जानकारियां नहीं दी थी। अब इनके स्मार्टफोन से जो जानकारियां मिली हैं वह बेहद चाैंका देने वाली निकली। स्मार्ट फोन से जानकारी मिली है कि इन दोनों के संपर्क में कश्मीर के 10 से अधिक संदिग्ध आतंकी थे। इनमें से अधिकांश की देवबंद आने की तैयारी भी चल रही थी। वाट्सएेप चैट में इस तरह की चैटिंग भी सामने आने की बात कही जा रही है कि, देवबंद में रह रहे दाेनाें आतंकियाें ने अपने साथियाें काे कहा था कि, उनके सहारनपुर पहुंचने के लिए जमीन तैयार कर ली गई है। बताया था कि, देवबंद में वह मदरसे के छात्र बंद कर आसानी से रह सकते हैं। मीडिया रिपाेर्ट के आधार पर यह जानकारिया सामने आ रही हैं। पकड़े गए जैश के आतंकी शाहनवाज तेली आैर आकिब अहमद काे एटीएस जेल भेज चुकी है। अब माना जा रहा है कि, दस दिन तक चली पूछताछ के बाद एटीएस दाेनाें आतंकियाें के स्मार्टफोन से मिली जानकारी पर काम शुरु करेगी।