कोरोना योद्धा! मां की कोरोना से हुई मौत, ड्यूटी पर रहकर लोगों की जान बचा रहे डॉ अतुल
नुमाईश कैंप के रहने वाले अनिल रसवंत की मटिया महल में रेडीमेड गारमेंट्स की शॉप है। अनिल के अनुसार उनकी शॉप पर कुल तीन कर्मचारी हैं। तीनों सहारनपुर के ही रहने वाले हैं। अनिल बताते हैं जैसे ही तीन दिन के कोरोना कर्फ्यू का एलान हुआ तो तीनों कर्मचारियों के चेहरों से हवाईयां उड़ गई। यह देख अनिल रसवंत समझ गए कि कर्मचारियों को लॉकडाउन का डर सता रहा है। अऩिल के अनुसार उनके शोरूम पर मुस्लिम कर्मचारी भी हैं ऐसे में ईंद आने वाली है तो लॉकडाउन को लेकर उनकी परेशानी और बढ़ गई। इस पर उन्होंने अपने कर्मचारियों को तीन दिन का कोरोना कर्फ्यू लगने की घोषणा के साथ ही एक माह का एडवांस वेतन और सभी कर्मचारियों का एक माह का वेतन दिया है।कोरोना अपडेट : दिव्यांग पति, मानसिक बीमार बेटे की मौत, बंद कमरे में चार दिन तक चीखती रही दिव्यांग पत्नी
पिछले लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की जो कहानियां सामने आई थी उन्होंने सभी के दिलों को झकझोर दिया था। अधिकांश प्रवासी मजदूर इसलिए अपने घरों को लोट रहे थे क्योंकि उनके पास एक माह का भी राशन नहीं था। ऐसे में अऩिल रसवंत का यह प्रयास भले ही एक छोटा प्रयास हो लेकिन इससे बड़ा संदेश जाएगा और अगर सभी व्यापारी अपने कर्मचारी परिवारों और संभ्रात लोग अपने पड़ोसियों का ध्यान रख लें तो ऐसे समय में किसी को परेशानी नहीं होगी और संकट के इस समय से लोग मिलकर निपट लेंगे। राशन के लिए लोगों को मजबूर घर से बाहर नहीं निकना पड़ेगा और इससे वायरस को फैलने से रोकने में मदद मिलेली। यह भी पढ़े: एक रुपया खर्च नहीं होगा, बढ़ जाएगी आपके पंखे की रफ्तार और घट जाएगा बिजली बिल यह भी पढ़े: अगर आपको भी आजकल कुछ भी छूने से लग रहा है करंट ताे जान लीजिए इसकी वजह