दरअसल ये सभी टैंट व्यापारी हैं। जिलाधिकारी से मिलकर इन्हाेंने कहा कि उनके गाेदामों में कपड़े का सामान अधिक हाेता है। बरसात हाेने से सामान भीग गया हाेगा और ऐसे में उसके खराब हाेने की आशंका है। बाेले, अगर सामान खराब हाे गया ताे व्यापारी बर्बाद हाे जाएंगे। इसलिए उन्हे गाेदाम और प्रतिष्ठान खाेलने की अऩुमति दी जाए।
इस पर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि अभी लॉकडाउन में ताे किसी प्रकार के आयाेजन भी नहीं हाे रहे, फिर प्रतिष्ठान खाेलकर क्या करेंगे ? इस पर व्यापारियाें ने जवाब दिया कि साहब हमें कुछ बेचना नहीं है। सिर्फ गाेदाम खाेलने और झाड़ू लगाने की अऩुमति दे दी जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ ताे हम बर्बाद हाे जाएंगे। कोरोना से भले ही बच जाएं लेकिन चूहें हमे मार डालेंगे।
बताया कि चूहों ने प्रतिष्ठानों के अंदर और गाेदामों में उधम मचा रखा है। अगर समय से प्रतिष्ठान नहीं खुले ताे चूहें सारा सामान बर्बाद कर देंगे। कपड़ों ( टैंट ) काे काट देंगे। व्यापारियों की यह व्यथा सुननने के बाद जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने फिलहाल प्रतिष्ठान स्वामियों काे साफ सफाई के लिए अपने प्रतिष्ठान और गाेदाम खाेलने की अऩुमति दे दी है।