सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि केंद्र सरकार के बजट से नौजवानों को निराशा हाथ लगी है क्योंकि बेरोज़गारी दूर करने के लिए बजट में कोई खास प्राविधान नहीं किया गया है। केंद्र सरकार किसानों की कितनी बड़ी हितैषी है इसका अंदाजा इसी से हो जाता है कि जहां अन्नदाता आज कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए आंदोलन कर रहा है वहीं मोदी सरकार ने किसानों के बजट में कटौती की है।
सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि नौकरीपेशा लोगों के लिए कोई घोषणा नहीं की गई और न ही व्यापारियों की जीएसटी की समस्याओं को दूर किया गया। वित्त मंत्री ने बढ़ती हुई महंगाई को कैसे कंट्रोल करके गरीबों को राहत दी जाए इसका कोई इंतजाम नहीं किया। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि केंद्रीय बजट में आंकड़ों के अलावा कुछ पेश नहीं किया गया बल्कि सरकार ने रेलवे, एयरपोर्ट, बंदरगाहों, बिजली लाइनों, बंदरगाहों, तेल लाइनों, वेयरहाउस आदि सरकारी प्रतिष्ठानों को बेचने का इरादा जाहिर करके बता दिया है कि उसे केवल अपने पूंजीपति दोस्तों को लाभ पहुंचाना है। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि भाजपा सरकार आम आदमी की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों को सरकार से जो उम्मीदें थीं उसमें मोदी सरकार नाकाम साबित हुई है।