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फ्रांस के खिलाफ मुस्लिमों ने चढ़ाई आस्तीनें, सहारनपुर में जमकर प्रदर्शन

locationसहारनपुरPublished: Oct 31, 2020 11:44:08 am

Submitted by:

shivmani tyagi

Highlights

एक मंच से किया फ्रांस के उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान
उलेमा बोले पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं

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पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
सहारनपुर। फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी का आरोप लगाते हुए सहरानपुर में भी मुस्लिमों ने आस्तीनें चढ़ा ली हैं। जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग इकट्ठा हुए और फ्रांस के उत्पादों का सार्वजनिक रूप से बहिष्कार करने का आह्वान किया। इस दौरान गुस्साए लोगों ने फ्रांस के राष्ट्रपति का पुतला भी जलाया और एक ज्ञापन भी दिया। सहारनपुर में देवबंद के अलावा छुटमलपुर, रामपुर मनिहारान, सहारनपुर सिटी समेत जिले के कई हिस्सों में मुस्लिमों ने अलग अलग तरीके से फ्रांस के प्रति अपने गुस्से का इजहार किया।
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फ्रांस की घटना को लेकर दुनियाभर के मुस्लिमों में गुस्सा है। इसी क्रम में जुमे की नमाज के बाद देवबंद में भी फ्रांस के खिलाफ एक बड़ा जलसा किया गया। इस जलसे में देवबंद दारुल उलूम के कार्यवाहक मोहतमिम कारी उस्मान मंसूरपुरी के बेटे और आलिम मुफ्ती अफ्फान मंसूरपुरी ने कहा कि फ्रांस ने मुस्लिम दुश्मनी की नापाक शक्ल को पेश किया है। दुनिया के किसी भी कोने में मुसलमान मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी को बर्दाश्त नहीं करेगा।
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पूर्व विधायक माविया अली बोले कि यह राजनीतिक मामला नहीं है हमारी आन बान शान और हजरत मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी का मामला है। इसलिए सभी मुसलमानों को घर से बाहर निकाल कर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करना चाहिए। दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर समेत मौलाना मुफ्ती आरिफ कासमी और मौलाना नदीमुलवाज़दी ने भी अपना विरोध जताते हुए कहा कि मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। कारी वासिफ कासमी, मुफ्ती तारिक कासमी और साद सिद्दीकी ने भी फ्रांस के खिलाफ जमकर अपने गुस्से का इजहार किया और भारत सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।
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जलसा स्थल पर बड़ी संख्या में पहले ही फोर्स तैनात कर दिया गया था। जलसे में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति का पुतला जलाया गया। जलसे में शामिल वक्ताओं ने देवबंद एसडीएम के माध्यम से एक ज्ञापन भी सरकार को भेजा है जिसमें सरकार से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप किए जाने की मांग की गई।

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