सहारनपुर में कोरोना के 15 से अधिक एक्टिव मरीज हैं। इन्हे आईसोलेट किया गया है। इसी बीच सेंपल लेने का काम तेज कर दिया गया है। जिले में फ्रंटलाइन पर काम करने वाले और 70 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगनी हैं। इनके लिए पूरे जिले में अभियान चल रहा है। हर रोज लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मोबाइल फोन पर रिमाइंडर भेजे जा रहे हैंँ। बावजूद इसके लोगों में जागरूकता नहीं दिख रही।
जिले में 60 साल से अधिक उम्र के 2 लाख 96 हजार 75 लोगों की की सूची बनाई गई थी। इन सभी को डोज लगनी थी लेकिन इनमें से महज 21 हजार 661 लोगों ने अब तक बूस्टर डोज लगवाई है। दो लाख 74 हजार 412 ऐसे लोग हैं जो अपनी बूस्टर डोज को भूल गए हैं या फिर लगवाना नहीं चाहते हैं। इस ग्राफ से आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि बूस्टर डोज को लेकर सहारनपुर के लोग कितने गंभीर हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर संजीव मांगलिक का कहना है कि अभियान चल रहा है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बार-बार उनके मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए अलर्ट भेजे जा रहे हैं लेकिन लोग बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिख रहे। सहारनपुर में एक बार फिर से कोरोनो के मामले सामने आ रहे हैं। इसी को देखते हुए लोगों से एतियात बरतने की अपील की जा रही है। बूस्टर डोज ही कोरोना से बचने का एक मात्र उपाय है लेकिन लोग इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहे।