बताया जा रहा है कि सुबोध जैन ने तहसील कर्मियों द्वारा उससे 10 हजार रुपये की घूस मांगने का वीडियो वायरल किया गया था। वायरल वीडियो में कृषि भूमि को आबादी में दर्ज कराए जाने को 10 रुपये के साथ अलग से दो हजार रुपये की मांग करता हुआ तहसील कर्मी दिखाई दे रहा है। स्टिंग के वायरल होने के बाद डीएम आलोक कुमार पांडे ने एसडीएम राकेश कुमार को प्रकरण की जांच कर 24 घंटे में रिपोर्ट देने को निर्देशित किया था।
जिसके बाद तहसीलदार आशुतोष मिश्र ने वायरल वीडियों में दिखाई दे रहे तहसील कर्मियों समेत सुबोध जैन को नोटिस जारी कर 24 घंटे में स्पष्टीकरण देने को निर्देशित किया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि यदि समय के अनुसार स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
उधर, नोटिस मिलने से नाराज शिकायतकर्ता सुबोध जैन ने कहा कि उन्हें नोटिस देकर तहसील प्रशासन डराने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियों में जब सब कुछ स्पष्ट हो रहा है तो उन्हें किस कारण से नोटिस दिया जा रहा है। यह समझ से परे है। उन्होंने तहसील के एक अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह संबंधित प्रकरण को लेकर मंडलायुक्त और डीएम को अपना जवाब भेजेंगे। एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि वायरल वीडियो पर तहसील कर्मियों समेत चार लोगों को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का जवाब आने के बाद रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी।