आरोप है कि इस दौरान किसान ने दो दिन का समय मांगा तो उन्होंने एक न सुनी और बुजुर्ग किसान के साथ धक्का-मुक्की व बदतमीजी की थी। किसान के बेटे की मौत के बाद रविवार को ग्रामीणों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। उन्होंने साफ कह दिया है कि जब तक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवार्इ नहीं होगी तब तक जाम नहीं खोला जाएगा।
दरअसल, मामला सहारनपुर जिले बड़गांव थाना स्थित शिमलाना गांव का है। बताया जा रहा है कि यहां रहने वाले किसान मदन पर बिजली विभाग का 28 हजार रुपये बिल बकाया था। उसी बकाया भुगतान को लेने के लिए बिजली विभाग के अधिकारी व पुलिस के कर्मचारी गांव पहुंचे और पैसा जमा करने को कहा। इस पर किसान मदन ने 2 दिन का समय मांगा, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों व पुलिसवालों ने उनकी एक न सुनी। आरोप है कि इस दौरान मदन से बदतमीजी करते हुए धक्का-मुक्की भी की गर्इ। इससे मदन का पुत्र इतना आहत हुआ कि उसने अपने पिता की बेइज्जती होते देख उसके बेटे गुलाब उर्फ जोनी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
इससे गुस्साए ग्रामीणों ने गुलाब का शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और पुलिस व बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक बिजली विभाग के अधिकारी व पुलिसवालों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। बता दें कि मौके पर जिले के तमाम अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद हैं। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने एसडीएम रामपुर को बंधक बनाकर सड़क पर बैठाया हुआ है।