इतना ही नहीं खुशियों के मौके पर आने वाले किन्नरों को दी जाने वाली राशि भी तय कर दी गई है। पंचायत ने फरमान सुनाया है कि अगर किसी ने भी पंचायत में हुए इन नियमों का उल्लंघन किया तो उस पर 11 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा और उसके बाद पंचायत जो फैसला करेगी जो भी दंड देगी उसे भी स्वीकार करना होगा।
अभी तक आपने खाप पंचायतों में सुनाए जाने वाले फरमान सुने होंगे लेकिन यह पंचायत बिल्कुल अलग है। अम्बेहटा क्षेत्र के गांव बंदा खेड़ी में ग्रामीण पिछले लंबे समय से नशाखोरी कुरीतियों और फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे थे। इसके लिए गांव में कुछ बुजुर्ग आपस में बैठे और उन्होंने चर्चा की। तय हुआ कि इन सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए गांव में एक पंचायत बुलाई जाए।
इसी क्रम में गांव में पंचायत बुलाई गई। इस पंचायत में गांव के लगभग सभी परिवार के लोग शामिल हुए। पंचायत ने तय किया कि बधाई लेने के लिए अगर किन्नर दहलीज पर आते हैं तो उन्हे 500 या फिर 1100 रुपये ही दिए जाएं। गांव में बढ़ रही नशाखोरी के विषय को भी पंचायत में गंभीरता से रखा गया। पंचायत ने तय किया कि अगर अब गांव में कोई भी व्यक्ति शराब पीता है तो उस पर 11 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। अगर कोई तेज आवाज में डीजे बजाता है तो उस पर भी सख्ती रहेगी। ऐसा करने पर कार्रवाई होगी।
सहारनपुर में कई ऐसे मामले सामने आए जहां शादी का कार्ड बांटने गए परिवार के सदस्यों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई या फिर वो घायल हो गए। ऐसे में तय हुआ है कि अब शादी के निमंत्रण भी केवल व्हाट्सएप और फोन के जरिए ही भेजे जाएगा। पंचायत ने कहा कि वह पहला जमाना था, जब लोगों के पास मोबाइल फोन नहीं हुआ करता था। संपर्क के साधन कम थे, उस समय निमंत्रण भेजना पड़ता था। अब सारे संसाधन हैं तो इनका उपयोग सिर्फ रील देखने या वीडियो देखने के लिए नहीं होना चाहिए सदउपयोग भी होना चाहिए। इसलिए व्हाट्सएप पर ही निमंत्रण भेजे जाएंगे।
इसके साथ-साथ तय हुआ कि बच्चों की शिक्षा पर पंचायत भी खर्च करेगी। पंचायत की अध्यक्षता कर रहे चौधरी धर्मपाल सिंह और संचालन कर रहे सुखदेव ने स्पष्ट रूप से कहा कि फिजूलखर्ची नहीं होगी और फिजूलखर्ची में परिवारों का जो पैसा बचेगा उसे बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्च किया जाएगा।