यह भी पढ़ें
Up Crime बेटे ने 50 हजार में किया करोड़पति पिता की जान का सौदा, भाड़े के हत्यारों ने गोलियों से भूना
दरअसल यूपी के सहारनपुर में देशभर से आम पहुंचता है। यहां मैंगो पैक हाउस में ट्रीटमेंट के बाद उसे विदेशों में निर्यात के लिए अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार पैक किया जाता है। यहां से मुख्य रूप से दशहरी, लंगड़ा और चौसा विदेशों में निर्यात होता रहा है लेकिन अब पहली बार राम केला आम को भी लंदन के लोगों ने पसंद किया है। लंदन से रामकेला के लिए आर्डर पहुंचा है। इसके साथ ही लंगड़ा आम के भी ऑर्डर यूरोप के देशों से आए हुए हैं। 15 जुलाई तक राम केला और लंगड़े का निर्यात रहेगा इसके बाद 15 जुलाई से चौसा आम की सप्लाई शुरू हो जाएगी. यह भी पढ़ें
ब्लाक प्रमुखी के चुनाव में जमकर हंगामे के बाद लाठीचार्ज, देखें वीडियो
मंडी समिति सचिव अशोक गुप्ता ने बताया कि लंदन से रामकेला जाति के आम के लिए आर्डर पहुंचा है। राम केला आम को प्रोसेस के बाद पैक किया जा रहा है। इसके बाद लंगड़े का आर्डर है। लंगड़े आम को भी प्रोसेस प्रक्रिया में डाल दिया गया है। यूरोप के कई देशों से आम की डिमांड पहुंची है। 1200 किलो लंगड़ा आम लंदन निर्यात होना है। उससे पहले लंदन को ही 11 टन राम केला आम भेजा जा रहा है। अब पांच जुलाई के बाद चौसा आम का निर्यात शुरू होगा. लंदन से अलग-अलग देशों में होगा निर्यात
दरअसल आम आयात को लेकर अलग-अलग देशों के अलग-अलग नियम हैं। कई ऐसे देश हैं जो भारत का आम अपने यहां नहीं लेते। इसकी वजह भारत में अधिक पेस्टिसाइड का इस्तेमाल है। आम उत्पादकों के अनुसार पहले उत्तर प्रदेश से आम को लंदन भेजा जाएगा। लंदन में एक बार फिर से टेस्टिंग के बाद इसे अलग-अलग देशों में भेजा जाएगा। इसकी वजह यह है कि लंदन से दूसरे देश अपने यहां आम आयात कर लेते हैं जबकि भारत से सीधे कई देश आम नहीं खरीदते। ऐसे में अब आम कारोबारियों ने इसका भी हल निकाल लिया है। पहले आम को लंदन भेजा जा रहा है। लंदन से फिर इसको अलग-अलग देशों में भेजा जाएगा।
दरअसल आम आयात को लेकर अलग-अलग देशों के अलग-अलग नियम हैं। कई ऐसे देश हैं जो भारत का आम अपने यहां नहीं लेते। इसकी वजह भारत में अधिक पेस्टिसाइड का इस्तेमाल है। आम उत्पादकों के अनुसार पहले उत्तर प्रदेश से आम को लंदन भेजा जाएगा। लंदन में एक बार फिर से टेस्टिंग के बाद इसे अलग-अलग देशों में भेजा जाएगा। इसकी वजह यह है कि लंदन से दूसरे देश अपने यहां आम आयात कर लेते हैं जबकि भारत से सीधे कई देश आम नहीं खरीदते। ऐसे में अब आम कारोबारियों ने इसका भी हल निकाल लिया है। पहले आम को लंदन भेजा जा रहा है। लंदन से फिर इसको अलग-अलग देशों में भेजा जाएगा।