बारिश का पानी लोगों के घरों और गलियों में भर गया है। इससे ग्रामीणों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई ग्रामीणों का घरेलू सामान खराब हो गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तालाब के पानी की निकासी की मांग की है। कोतवाली में भी जलभराव होने से नागरिकों व पुलिसकर्मियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
मंगलवार सुबह हुई तेज मूसलाधार बारिश से नगर के साथ ही कई गांव भी जलमग्न हो गए हैं। गांव सलारपुरा में तालाब से पानी निकासी के लिए बनाए गए नाले के अवरूद्ध होने के चलते बारिश के पानी से तालाब ओवरफ्लो हो गया। इसके बाद चार-चार फीट तक गंदा पानी लोगों के घरों और गलियों में भर गया। पानी भरने के चलते जहां ग्रामीण राजकुमार, सुलेखचंद, फूलसिंह, राजबीरसिंह, सेठपाल, गोविंद, मोहरसिंह, नाथीराम, योगेेंद्र सिंह, समेत कई ग्रामीणाें ने अपने घराें का सामान दूसरी मंजिल पर पहुंचाया। वहीं उन लाेगाें काे बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है जिनके सिर्फ एक मंजिला ही मकान हैं। एेसे ग्रामीणाें के घरों में रखा कीमती सामान खराब हो गया है। ग्रामीणों ने तालाब से पानी की निकासी कराने के लिए अवरुद्ध हो चुके नाले को खुलवाने की मांग की है। इसके अलावा गांव बंदाहेडी में बारिश के कारण एक कच्चा मकान गिर गया और उसमें रह रहा दंपति मलबे में दब गए। उनके बच्चे उस वक्त पड़ौस में खेलने गए हुए थे। ग्रामीणों ने मलबे में दबे हुए इसम सिंह और उसकी पत्नी काैशल काे किसी तरह मलबे से बाहर निकाला। वहीं लखनौती मार्ग स्थित बिजलीघर में भी पानी भरने से वहां बिल जमा कराने गए उपभोक्ताओं को खाली हाथ वापस लाैटना पड़ा आैर पानी भरने से बिजली आपूर्ति भी चरमरा गई है। इसी तरह से गांव कम्हेडा में राकेश कुमार पांचाल, सतीश पांचाल, देवीदयाल पांचाल व सुरेन्द्र पाल के घरों में पानी भर गया है।
शहर भी हुआ पानी पानी सुबह के समय हुई तेज बरसात के बाद गांव आैर देहात ही नहीं, बल्कि शहर में भी पानी भर गया। मुख्य सड़काें से पर भरे पानी ने नगर निगम की व्यवस्थाआें की पाेल खाेल दी। शहर के नाले इतनी सी बारिश भी नहीं झेल सके आैर पूरा शहर जैसे जलमग्न हाे गया। आवास विकास जैसी पॉश कालाेनियाें की गलियाें से लेकर लाेगाें के घर में भर गया।