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Exclusive लाेकसभा चुनाव: मुजफ्फरनगर में अभी भी लगें हैं प्रधानमंत्री माेदी आैर मुख्यमंत्री याेगी के फाेटाे, याेजनाआें का किया जा रहा प्रचार

locationसहारनपुरPublished: Mar 15, 2019 10:32:35 pm

Submitted by:

shivmani tyagi

मुजफ्फरनगर में आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने का मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी आैर मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ के लगे हैं फाेटाे
सरकारी कार्यालयाें की दीवाराें पर लगे पाेस्टर गिना रहे सराकरी याेजनाएं

saharanpur

आचार संहिता

मुजफ्फरनगर।

मुजफ्फरनगर के माेरना विकासखंड में देश के प्रधानमंत्री आैर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नरेंद्र माेदी की सरकारी याेजनाएं गिनाती फाेटाे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रही हैं। यहां विकास खंड में माेदी आैर याेगी की फाेटाे लगे बाेर्ड सरकारी याेजनआें का प्रचार कर रहे हैं। पत्रिका रिपाेर्टर गुरुवार काे जब विकास खंड कार्यालय पहुंचकर छानबीन की ताे हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आई। माेरना क्षेत्र में केवल ब्लाक परिसर में ही नहीं बल्कि गांव के रास्ताें पर भी पर सरकारी याेजनाएं गिनाती माेदी आैर याेगी के हाेर्डिंग्स दिखाई दिए।
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लोकसभा चुनाव 2019 का चुनावी कार्यक्रम भारत चुनाव आयोग ने जारी कर दिया है। इसके चलते देश भर में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। जिसमें सभी अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता का पालन करना होता है। मगर जनपद मुजफ्फरनगर के प्रशासनिक अधिकारी या तो चुनाव आयोग से संबंधित नियम कानून के बारे में जानकारी नहीं है या फिर प्रशासनिक अधिकारी सत्ताधारी पार्टी को फायदा पहुंचाना चाहते हैं। यह आशंका यूं ही व्यक्त नहीं की जा रही दरअसल, जनपद मुजफ्फरनगर के विकासखंड मोरना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फोटो लगे होर्डिंग व पोस्टर भारी मात्रा में देखे जा रहे हैं। जब पत्रिका रिपाेर्टर ने पड़ताल की ताे पता चला कि, इस क्षेत्र में सिर्फ विकास खंड कार्यालय में ही नहीं बल्कि हर गांव स्तर पर यह हार्डिंग लगे हैं। इसके साथ-साथ बिजली विभाग थानों और खंड विकास कार्यालय पर भरपूर मात्रा में सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के फोटो लगे हाेर्डिंग आदर्श आचार संहिता को मुंह चिढ़ाते नजर आए। इन हार्डिंग पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के फोटो के साथ साथ तमाम वह योजनाएं छपी हैं जो काम सरकार द्वारा किए गए हैं। यानि आदर्श आचार संहिता लागू हाेने पर भी मुजफ्फरनगर में सरकारी दीवारे भाजपा का प्रचार कर रही हैं।
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यह नजारा जनपद मुजफ्फरनगर के विकासखंड मोरना क्षेत्र का है। इस क्षेत्र में ज्यादातर गांव के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों पर सत्ता की हनक का असर खुलेआम दिखायी पड रहा है, जिसके चलते प्रशासन ने नियम कायदों को ताक पर रख दिया है। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के फोटो लगे बोर्ड व होर्डिंग्स चुनाव आयोग के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उडा रहे हैं। सरकारी कार्यालयों के पास लगे होर्डिंग्स की ओर से अधिकारी आंख मूंदे हुए हैं। 17वे लोकसभा चुनाव के लिए 10 मार्च की शाम चुनावी तारीखों की घोषणा चुनाव आयोग ने की थी। चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने से तभी कुछ पोस्टर व होर्डिंग्स को पुलिस द्वारा हटा दिया गया था। मगर प्रशासनिक कार्रवाई की पोल उस समय खुल गई, जब विभिन्न सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के फोटो लगे पोस्टर व होर्डिंग्स चुनाव आचार संहिता के नियमों के पालन में प्रशासन की दोहरी नीति को जाहिर कर रहे हैं। मोरना विकास खण्ड क्षेत्र के मुख्य चौराहों पर सडक योजना प्रधानमंत्री आवास योजना सौभाग्य योजना आदि सहित विद्युत उपकेन्द्रों पर सरचार्ज समाधान योजना के प्रचार हेतु मुख्यमंत्री का फोटो लगे बैनर बिना किस परवाह के लगाये जा रहे हैं। विकास खण्ड मोरना कार्यालय परिसर में इसी प्रकार के होर्डिंग्स से भी अधिकारी आंख मूंद रहे हैं। आचार संहिता जारी हुए 5 दिन बीत जाने के बाद भी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के फोटो लगे इन होर्डिंग्स व पोस्टर आदि का न हटाया जाना सरकारी तंत्र पर सत्ता के दबाव को जाहिर कर रहा है, जिससे नागरिकों की सोच को प्रभावित करने की आशंका हो चली है ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन से क्या निष्पक्ष चुनाव कराए जाने की उम्मीद की जा सकती है।

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