प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना में एक जनपद-एक उत्पाद के तहत जिले का चयन शहद के लिए किया गया था। आपको यह भी बता दें कि मधुमक्खी पालन में भी काष्ठ नगरी सहारनपुर का प्रदेश में प्रमुख स्थान है। यहां पांच हजार से अधिक लोग इस कारोबार से जुड़े हुए हैं। इनमें प्रत्येक मौनपालकों के पास मधुमक्खी के 100 से लेकर कई हजार तक डिब्बे हैं।
जनपद में फरवरी से अप्रैल महीने में सरसों, यूकेलिप्टस, लीची, आम आदि के बगीचों और बागों से मधुमक्खी शहद प्राप्त करती हैं। मई-जून में मधुमक्खियों का स्थानांतरण मथुरा, अलीगढ़ से लेकर राजस्थान, हरियाणा एवं उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में किया जाता रहा है। यहां पर मधुमक्खियां लाही, सूरजमुखी, नीम, सहजन आदि से शहद प्राप्त करती हैं।