28 मई को सहारनपुर में होने जा रहा जल महोत्सव इसलिए भी खास है क्योंकि यहां कमिश्नर से लेकर डीएम तक खुद पांव धोई में उतरकर नदी को साफ करेंगे। अफसरों का कहना है कि पांव धाेई में उतरकर उसे साफ करने का उद्देश्य सिर्फ श्रमदान नहीं बल्कि लोगों को जागरुक करना है। लोग प्रकृति के प्रति जागरूक हों इसी उद्देश्य के साथ प्रशासनिक अमला नदी में उतरकर सफाई करेगा और शहर के बीचोबीच से कलकल बहती हुई नदी को ही नहीं देश की सभी नदियों को साफ रखने का संदेश दिया जाएगा।
28 मई को सहारनपुर में आयोजित होने वाले जल महोत्सव में शिरकत करने के लिए देशभर के बड़े धर्माचार्य पहुंच रहे हैं। विश्व भर में अपनी पहचान रखने वाले योग गुरु बाबा रामदेव हेलीकाप्टर से पहुंचेंगे। हरिद्वार स्थित जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज भी इस महोत्सव में शामिल होने के लिए सहारनपुर पहुंच रहे हैं तो ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम के स्वामी चिदानंद महाराज और महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्र नाथ महाराज भी सहारनपुर आ रहे हैं। पद्म श्री भारत भूषण भी इस कार्यक्रम में बताैर विशेष मेहमान मौजूद रहेंगे।
यह चल रही हैं तैयारियां
जल महोत्सव की तैयारियां सहारनपुर में जोरों पर हैं। कमिश्नर सीपी त्रिपाठी का कहना है कि सहारनपुर में पाव धाेई नदी पर हाेने वाले जल महोत्सव का उद्देश्य लोगों को नदियों के प्रति जागरूक करना है। पिछले लंबे समय से यहां अभियान चल रहा है और काफी हद तक नदी को साफ किया जा चुका है। मुख्य रूप से पांव धाई नदी का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है और इसे एक पिकनिक स्थल के रूप में विकसित कराया जा रहा है। नदी पर एक भव्य चेक डैम का भी निर्माण करने की तैयारी है। नदी के किनारों को जोड़ने के लिए पैदल पुल भी बनाया जा रहा है। स्नान करने के लिए सुंदर घाट की व्यवस्था भी की जा रही है और प्रसिद्ध बाबा लाल दास बाड़े से बालाजी घाट के मध्य नदी को चैनेलाइजेशन करके नदी के दोनों किनारों पर पैदल पथ का निर्माण भी कराया जा रहा है।
पांव धोई नदी सहारनपुर शहर के बीचोबीच से बहती है। इस नदी का उद्गम स्थल भी सहारनपुर में ही है। ऐसी मान्यता है कि वर्षों पूर्व बाबा लाल दास हरिद्वार से गंगा की धारा सहारनपुर में लाए थे। स्थानीय लोगों की यह मान्यता है कि इस नदी में भी गंगा जल ही बहता है और यह पावन पतित गंगा का ही स्वरूप है। पिछले कई दशकों में उपेक्षा का शिकार हुई यह नदी धीरे-धीरे गंदे नाले का रूप ले चुकी थी लेकिन अब वर्तमान कमिश्नर सीपी त्रिपाठी ने इसको साफ कराने का बीड़ा उठाया है।
सहारनपुर की लाइफलाइन कही जाने वाली पांव धोई नदी को स्वच्छ बनाने के लिए करीब एक दशक से अभियान चल रहे हैं। पूर्व मंडलायुक्त और पूर्व नगर आयुक्त की ओर से इस नदी को साफ कराने के लिए कई बार अभियान चले। नगर निगम की जेसीबी ट्रक और कर्मचारियों को लगाया गया। कई महीनों तक चले साफ सफाई अभियान में करोड़ों रुपया खर्च किया गया और हजारों घंटों शहर की अलग-अलग संस्थाओं के वालंटियर ने भी यहां श्रमदान किया। बावजूद इसके आज तक पांव धोई नदी साफ नहीं हो पाई।
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