घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने पहुचाया अस्पताल
जब दोनों नाबालिकों को किसी न किसी तरह लोगों ने अस्पताल पहुंचाया तब तक बहुत देर हो चुकी थी और दोनों घायलों ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। गुरूवार को बीती देर रात नगर कोतवाली दो युवक अर्पित खुराना (17) और सन्नी (17) निवासी सेतिया विहार नुमाइश कैंप मोटर साइकिल से अनियंत्रित होकर बेरी बाग के मंगलनगर चौक पर एक खंभे से टकराने के बाद नाले में जा गिरे। अचानक से हुई तेज आवाज के बाद मौके पर पहुंचें स्थानीय लोगों ने इन दोनो युवकों को घायल अवस्था में नाले से बाहर निकाला। दोनो घायल युवकों के सिर से खून बह रहा था और गंभीर चोटें भी आई थी।
पुलिस कर्मिंयों ने अस्पताल ले जाने से किया मना
घटना स्थल पर मौजूद लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची यूपी 100 से जब इन दोनो घायल युवकों को अस्पताल ले जाने के लिए कहा तो उस पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने कहा कि उनकी गाड़ी गंदी हो जाएगी और वह किसी टैंपों से ले जाए लेकिन वह अस्पताल नहीं ले जाएंगे। जिसके बाद लोग उनके सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन पुलिसकर्मी नहीं मानें और इस दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस कर्मियों की 3 मिनट 18 सैकेंड की वीडियो भी बनाया जो वायरल हो चुका है।
पुलिस कर्मिंयों के इंकार के बाद स्थानीय लोग इन्हें टैंपों से लेकर जिला अस्पताल पहुंचें और वहां पर पहुंचने के कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिसकर्मियों के अमानवीय चेहरे के इस वीडियों की चर्चा हर कहीं हैं और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने के साथ ही लोगों का कहना है कि इस घटना से स्पष्ट है कि आपकी सेवा और सुरक्षा में सदैव तत्पर का स्लोगन देने वाली यूपी पुलिस की गाड़ी की सफाई दो युवा जिंदगियों से ज्यादा कीमती है।
डॉक्टर ने घोषित किया मृत
बाद में आस पास के लोग एक टेंपो से घायलों को रात करीब साढ़े 12 बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमार्टम के ही दोनों के शव घर ले गए। शुक्रवार को इनका अंतिम संस्कार कर दिया। एएसआई व दो सिपाही निलंबितपुलिसकर्मियों की इस करतूत का वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। डीआईजी सुनील इमैनुअल ने यूपी 100 पर तैनात एएसआई इंद्रपाल सिंह, कांस्टेबल पंकज कुमार, कांस्टेबल चालक मनोज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपी गई है।
वीडियो देखने के बाद एसपी सिटी का बयान
एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह ने कहा कि यह घटना गंभीर है और वह वीडियो को देख रहे हैं कि घटना स्थल पर मौजूद एक युवक घायल लड़के को उठाकर पुलिस वाले से कार का दरवाजा खोलने का आग्रह भी कर रहा है। इस पर पुलिस के तरफ से जवाब आ रहा है कि कार गंदी हो जाएगी, अगर वह घायलों को कार में बैठा लेंगे फिर सारी रात वह गंदी कार में कहां बैठेंगे? पुलिस वाला भीड़ से कह रहा है कि किसी टैंपों से ले जाएं, वह नहीं लेकर जाएंगे। अब एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं कि जिम्मेदार पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और हर आम आदमी का पहला कर्तव्य है कि वह घायलों को अस्पताल पहुंचाएं और वह किसी को अस्पताल पहुंचाने से इंकार नहीं कर सकते हैं।