समीक्षा बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि अर्थव्यवस्था को देखते हुए प्रदेश में इस बार पूर्ण लॉकडाउन ना लगाकर कोरोना कर्फ्यू लगाया गया। आवश्यक सेवाएं चालू रखी गई। मजदूर वर्ग को समस्याओं का सामना ना करना पड़े इसको देखते हुए उद्योग धंधे और कारोबार चालू रखे गए हैं। सीएम ने कहा कि सरकार का मकसद ये है कि परेशानी भी न हो और भीड़ भी न हो।र भुखमरी की समस्या ना हो इसके लिए कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की गयी है। सरकारी अस्पतालों में उपचार के साथ भोजन भी दिया जा रहा है। अब नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण शुरू किया जा रहा है। यूपी में मामले घटे हैं और यही कारण है कि यूपी के मॉडल को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सराहा है। अन्य राज्य भी यूपी का अनुसरण कर रहे हैं। ऑक्सीजन के क्षेत्र में प्रदेश आत्मनिर्भर होता जा रहा है। सहारनपुर में 13 हजार युवाओं को वैक्सीन लग चुकी है।
सर्किट हाउस से मुख्यमंत्री सरसावा ब्लाक क्षेत्र के गांव सोरोना पहुंचे। यहां उन्हाेंने होम आइसोलेशन में रह रहे एक ग्रामीण से उनका हाल जाना और व्यवस्था के बारे में भी पूछा। इसके साथ ही उन्हाेंने सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील की। इसके बाद सीएम बलवन्तपुर सलेमपुर गांव पहुंचे। इस गांव में उन्हाेंने निगरानी समिति के लोगों से बात की और हालातों के बारों में जाना। यहां भी सीए ने लोगों काे वैक्सीन लगवाने के लिए कहा।