वहीं, केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज केन्द्र सरकार अपने वादों को पूरा करने में पूरी तरह नाकाम रही है। आज देश का युवा बेरोजगार होकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। कोई उसकी सुध लेने वाला है। काम के नाम पर सिर्फ लोगों को सपने दिखाए जा रेह हैं। सपनों से पेट नहीं भरता है।
विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेल चुकी समाजवादी पार्टी एक बार फिर अपनी सियासी जमीन को मजबूत करने की कोशिश में जुट गई है। इसी के तहत आगरा सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद अखिलेश यादव पहली बार जनसभा को संबोधित किया। दरअसल, यह रैली मुख्य रूप से जनता का मूड भांपने की कोशिश थी। इस दौरान अखिलेश ने अपने परंपरागत मतों को पार्टी के साथ बांधे रखने की पुरजोर कोशिश की।
अखिलेश यादव यहां पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वर्गीय चौधरी यशपाल सिंह की 96वीं जंयती समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। सत्ता जाने के बाद मेरठ जोन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का यह पहला प्रोग्राम है। प्रोग्राम के संयोजक यशपाल सिंह के बेटे चौधरी रुद्रसेन और चौधरी इंद्रसेन हैं। इसी कारण इस सभा में काफी संख्या में गुर्जर समाज के लोग पहुंचे हैं। उम्मीद की जा रही है अखिलेश यादव इस सभा के जरिए काफी लोगों को पार्टी से जोड़ सकते हैं। इतना ही नहीं इस सभा के जरिए रुद्रसेन और इंद्रसेन अपना राजनीतिक भविष्य भी तलाशने की कोशिश करेंगे।
चुनाव में सपा से बागी हो गए थे इन्द्रसेन
यूपी विधान सभा चुनाव में गंगोह विधान सभा सीट से समाजवादी पार्टी से इन्द्रसेन को टिकट मिला था। लेकिन, गठबंधन होने के बाद यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई थी। कांग्रेस ने यहां से प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद के भाई नोमान मसूद को मैदान में उतारा था। इसके बावजूद इन्द्रसेन सपा के चुनाव चिन्ह लेकर मैदान में उतरे थे।
लोकगीतों से किया गया मनोरंजन
समाजवादी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पहुंचने से पहले पंडाल में मौजूद उनके समर्थकों और उन्हें सुनने के लिए पहुंचे लोगों का लोक गीतों से मनोरंजन किया गया। कार्यक्रम में कई क्षेत्रीय कलाकार पहुंचे थे। इन कलाकारों ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का महाभारत पर आधारित लोक गीतों से मनोरंजन किया।