35 वर्षीय श्रीपाल अपने पिता की जमीन में ही खेती करता था। श्रीपाल के नाम अपनी काेई जमीन नहीं थी। परिवार के सदस्यों का कहना है कि करीब ₹200000 का किसान क्रेडिट कार्ड भी पिछले दिनों वह जमा नहीं कर पाए थे और घर की माली हालत भी ठीक नहीं थी। इस बार श्रीपाल अपनी गन्ने की फसल को देखकर खुश था और उसे ऐसा लग रहा था कि इस गन्ने की फसल के बाद में अपना कर्ज चुका देगा लेकिन बुधवार की शाम अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में खेत में खड़ी गन्ने की फसल में आग लग गई। इस घटना से फसल का भारी नुकसान हुआ। गुरुवार की सुबह जब 35 वर्षीय श्रीपाल खेत में पहुंचा तो उसने देखा की सारी फसल तबाह हो गई है और इस सदमे को श्रीपाल बर्दाश्त नहीं कर सका। इसकी मौत हो गई। गागलहेड़ी थाना पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि परिवार वालाें ने किसी भी तरह की कानूनी कार्यवाही से इंकार कर दिया है। परिवार वालाें ने बिना किसी मुआवजे की मांग के ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना की सूचना पर गागलहेड़ी थाना पुलिस गांव पहुंची थी लेकिन परिवार वालाें ने पुलिस कह दिया कि वह किसी भी तरह की काेई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते।