दरअसल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद यूपी के रामपुर से जो आवाज उठी थी उसकी गूंज अब एक के बाद एक उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों तक पहुंच रही है । ये आवाज यूपी के अंतिम जिले सहारनपुर तक भी पहुंच गई है। देवबंद के रहने वाले सपा के पूर्व जिला महासचिव और पूर्व जिला उपाध्यक्ष सिकंदर अली गाड़ा ने समाजवादी पार्टी को छोड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनाव में मुस्लिमों ने पूरी जान लगाकर समाजवादी पार्टी को वोट दिए। उत्तर प्रदेश में एकतरफा वोट मुस्लिम समाजवादी पार्टी को दिए और इन्ही वोटों के बल पर सपा 111 सीटें जीत पाई। इसके बाद भी अखिलेश यादव मुस्लिमों के लिए काम नहीं कर रहे हैं। मुस्लिमों के कद्दावर नेता आजम खान जेल में हैं। शामली से तीन बार के विधायक नाहिद हसन भी जेल में हैं लेकिन अखिलेश यादव उन्हें जेल से बाहर निकालने के लिए कोई भी प्रयास नहीं कर रहे हैं। इससे मुस्लिमों की भावनाएं आहत हुई हैं। इसलिए समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। दीगर है कि किसी अन्य पार्टी में शामिल होने की अभी कोई बात सिंकदर अली ने नहीं कही है। उनका कहना है कि ईद के बाद वह समर्थकों से बात करेंगे और उसके बाद ही आगे की रणनीति तय करेंगे लेकिन फिलहाल वह समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से आहत हैं। इसी आधार पर उन्होंने समाजवादी पार्टी को छोड़ दिया है। सिकंदर अली ने अखिलेश यादव के खिलाफ बयानबाजी भी की है। उधर इस मामले में सहारनपुर के वरिष्ठ सपा नेता चौधरी रूद्रसैन ने कहा है सिकंदर अली भाजपा से मिल गए हैं और यह सभी भाजपा का षड्यंत्र है। जानबूझकर उनसे बयानबाजी कराई जा रही है जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं उनका कोई मतलब नहीं है। आजम खान और नाहिद हसन न्यायिक हिरासत में हैं। उन पर कोई भी निर्णय न्यायालय को ही लेना है।