यह भी पढ़ें: कार की कीमत 3.5 लाख पानी भरने से आई खराबी का वर्कशॉप में बिल बना 8 लाख, जानिए अब क्या करने जा रहा कार मालिक दरअसल बच्चे ने टीचर काे बताया कि लॉकडाउन में वह मोटा हाे गया है और उसे अब स्कूल ड्रैस नहीं आ रही। इसलिए अब उसे नई स्कूल ड्रैस बनवानी पड़ेगी। बच्चे की इस बात काे सुनकर टीचर का गुस्सा गायब हाे गया और ऑनलाइन क्लास में शामिल अन्य बच्चों ने भी किसी तरह अपनी हंसी काे राेका। बच्चे काे बुरा ना लगे, बच्चे का मनाेबल कम ना हाे, यह साेचकर टीचर ने तुरंत स्थिति काे संभाल लिया और कहा कि बेटा यह समस्या सिर्फ आपके साथ नहीं है, सभी के साथ हुआ है। टीचर ने कहा कि खुद उनका वजन भी लॉकडाउन में बढ़ गया था लेकिन उन्हाेंने व्यायाम करके उसे ठीक कर लिया है।
यह भी पढ़ें: अनोखा दरबार जहां मांगी गई मन्नत पूरी हाेने पर हिन्दू-मुस्लिम सभी चढ़ाते हैं मुर्गा इस तरह टीचर ने बच्चे का मनाेबल बढ़ाते हुए क्लास में शामिल अन्य बच्चों काे भी हर रोज सुबह समय से उठने और नियमित रूप से व्याायम करने की सलाह दी। टीचर ने बच्चों काे बताया कि अगर हम देर से उठेंगे और व्यायाम या खेलकूद नहीं करेंगे ताे वजन बढ़ना सामान्य सी बात है। इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम अपनी दिनचर्या में बदलाव करके दोबारा से अपने बढ़े हुए वजन काे कम कर सकते हैं। इसके बाद ऑनलाइन क्लास में टीचर ने अन्य बच्चों से भी कहा कि वह अब जल्द उठना और व्यायाम करना शुरू कर दें क्योंकि जल्द ही स्कूल खुलने वाले हैें। ऐसे में बच्चों काे अपने रूटीन में बदलाव करना हाेगा।
यह भी पढ़ें: यूपी के सहारनपुर में एक ऐसा पेड़ जिस पर लगते हैं 121 तरह के आम देखकर रह जाएंगे हैरान यह पूरा मामला सहारनपुर के एक प्राइवेट स्कूल से जुड़ा है। इस खबर से बच्चे के मनाेबल पर काेई बुरा प्रभाव ना पड़े इसलिए बच्चे और स्कूल की पहचान काे सार्वजनिक नहीं किया गया है। बच्चों के साथ लॉकडाउन में आई इस समस्या के बारे में हमने ( MD Pediatrics ) डॉक्टर पुनीत खुराना से बात की ताे उन्हाेंने भी बताया कि लॉकडाउन में शारीरिक क्रिया ( फिजिकल एक्वीटिवी ) कम होने का असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ा है। काफी बच्चों का ( obesity in children ) वेट यानी वजन बढ़ गया है। उन्हाेंने बताया कि इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है, अभिभावकाें काे थोड़ा ध्यान देना हाेगा। जंक फूड बंद कर दें, बच्चें कम से कम एक घंटा शारीरिक व्यायाम जरूर करें । व्यायाम में व्यायाम के अलावा, खेलकूद, डांस या अन्य काेई फिजिकल एक्टीविटी शामिल हाे सकती है। बच्चों काे रात में जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने की आदत डालें। अगर ऐसा नहीं किया ताे कम उम्र में बच्चों में मोटापन कई समस्याओं का कारण बन सकता है।
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