बता दें कि सोमवार को चीनी मिल कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करते हुए दीवाली बोनस में कटौती किए जाने का विरोध किया था। संयुक्त मोर्चा चीनी मिल मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले हुए प्रदर्शन के दौरान चीनी मिल के उपाध्यक्ष दीनानाथ मिश्र समेत श्रम मंत्री उत्तर प्रदेश, जिलाधिकारी, श्रम उपायुक्त और एसडीएम को ज्ञापन भेजा गया था। सोमवार को मांग नहीं माने जाने पर मिल कर्मचारियों ने अपना धरना प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रखा।
धरना प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने कहा कि मिल प्रबंधतंत्र द्वारा इस बार केवल 8.33 प्रतिशत ही बोनस दिया जा रहा है। जबकि मिल प्रबंधन से 20 प्रतिशत बोनस देने संबंधी वार्ता हुई थी। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो मिल में टूल डाउन करने को मजबूर होंगे। धरना प्रदर्शन में प्रदीप कुमार शाही, मुकेश त्यागी, कुलदीप सिंह, रविंद्र फौजी, विकास चौधरी, बलदेव राज, विरेंद्र ओहलान, धीरज कुमार, रमेश, संजय, बिट्टू, सुरेश, सुरेंद्रपाल सिंह, कर्म सिंह, चंद्रपाल सिंह आदि शामिल रहे।
उधर, मिल उपाध्यक्ष दीनानाथ मिश्र का कहना है कि पेराई सत्र 2018-19 की बैलेंस शीट के आधार पर 8.33 फीसदी बोनस दिया गया है। बताया कि यदि मिल को अतिरिक्त लाभ की सूरत में 10-20 प्रतिशत बोनस दिया जाता है और यदि घाटा है तो न्यूनतम 8.33 प्रतिशत बोनस देने का प्रावधान है।